जम्मू-कश्मीरः अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद हिरासत में लिए गए पांच और नेताओं को किया गया रिहा
By रामदीप मिश्रा | Published: January 16, 2020 03:46 PM2020-01-16T15:46:33+5:302020-01-16T15:46:33+5:30
जम्मू-कश्मीर: पांच अगस्त 2019 को केंद्र सरकार द्वारा अनुच्छेद-370 के प्रावधानों को निरस्त किए जाने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बांटने की घोषणा करने के बाद हिरासत में लिए गए नेताओं में फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला भी शामिल हैं।
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को खत्म करने के बाद हिरासत में लिए गए पांच और नेताओं को गुरुवार (16 जनवरी) को रिहा कर दिया गया गया है। बता दें, पूर्ववर्ती जम्मू-कश्मीर को अनुच्छेद 370 के तहत प्राप्त विशेष दर्जे को पिछले वर्ष पांच अगस्त को केंद्र सरकार ने समाप्त कर दिया था।
इधर, बीजेपी के महासचिव राममाधव कह चुके हैं कि जम्मू-कश्मीर के अधिकतर नेताओं को अब रिहा कर दिया गया है और शेष 20-25 नेताओं को उम्मीद है कि अगले कुछ हफ्तों में रिहा कर दिया जाएगा।
हालांकि नेशनल कांफ्रेंस ने पिछले साल अगस्त में हिरासत में लिए गए नेताओं को रिहा करने और नवगठित केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक गतिविधि बहाल करने की 11 जनवरी को अपील की थी। नेकां ने कहा था कि अगस्त 2019 के पहले हफ्ते में जिन नेताओं को हिरासत में लिया गया था उन्हें बिना शर्त रिहा किया जाना चाहिए और सामान्य राजनीतिक गतिविधि की अनुमति दी जानी चाहिए।
J&K: Five more political leaders have been released from detention. They were detained post abrogation of article 370(August 5,2019) pic.twitter.com/lHOxFYIYnM
— ANI (@ANI) January 16, 2020
उल्लेखनीय है कि पांच अगस्त 2019 को केंद्र सरकार द्वारा अनुच्छेद-370 के प्रावधानों को निरस्त किए जाने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बांटने की घोषणा करने के बाद हिरासत में लिए गए नेताओं में फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला भी शामिल हैं। बाद में 17 सितंबर को फारूक अब्दुल्ला को जन सुरक्षा कानून के तहत हिरासत में लिया गया।