श्रीनगर:जम्मू कश्मीर में कांग्रेस को बड़ा झटका देते हुए चार पूर्व मंत्रियों और तीन पूर्व विधायकों सहित कम से कम 20 वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी में अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है. यह इस्तीफा ऐसे समय में हुआ है जब माना है कि केंद्र शासित प्रदेश में जल्द चुनाव हो सकते हैं।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, ये 20 नेता पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद के खेमे का माने जाते हैं औ ये पिछले काफी समय से केंद्र शासित प्रदेश में नेतृत्व बदलाव की मांग कर रहे थे।
इसमें कई पूर्व विधायकों के साथ प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष अनवर भट्ट और कुलगाम जिला विकास परिषद के सदस्य अन्यातुल्लाह राथर शामिल हैं।
पूर्व विधायकों जीएन मोंगा और विकार रसूल ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष जीए मीर को तीन साल के लिए नियुक्त किया गया था लेकिन अब सात साल हो गए हैं. हमने बदलाव को लेकर पार्टी अध्यक्ष को पत्र लिखा था. बदलाव होने तक हम पार्टी में कोई पद नहीं लेंगे।
सोनिया गांधी, राहुल गांधी और जम्मू कश्मीर की प्रभारी सचिव रजनी पाटिल को लिखे पत्र में नेताओं ने आरोप लगाया है कि मीर के कार्यकाल में 200 से अधिक कांग्रेस नेता पार्टी छोड़कर दूसरी पार्टियों में जा चुके हैं और कुछ चुपचाप बैठ गए हैं।
कांग्रेस के लोकसभा, डीडीसी, बीडीसी, पंचायत और शहर निकाय चुनाव हारने को गिनाते हुए पत्र में कहा गया कि मीर खुद संसदीय चुनाव हार गए थे और उनके बेटे भी पीएजीडी के साथ संयुक्त उम्मीदवार होते हुए भी चुनाव हार गए थे।
हालांकि, पीसीसी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि ये नेता एक साल से अधिक समय से पार्टी की बैठकों में शामिल नहीं हो रहे थे और उनमें से एक करीब तीन महीने पहले कठुआ जिले में रजनी पाटिल के पार्टी कार्यक्रम में भी शामिल नहीं हुआ था।