जम्मू: भाजपा का साथ छोड़ चुके लाल सिंह को ईडी ने हिरासत में लिया, किसी मामले में उनकी यह पहली गिरफ्तारी
By सुरेश एस डुग्गर | Published: November 8, 2023 04:15 PM2023-11-08T16:15:02+5:302023-11-08T16:18:02+5:30
अधिकारियों ने बताया कि मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोपित पूर्व मंत्री चौधरी लाल सिंह की मंगलवार को अग्रिम जमानत खारिज होने के बाद ईडी ने देर रात को गिरफ्तार कर लिया था।
जम्मू: भाजपा का साथ छोड़ डोगरा स्वाभिमान संगठन पार्टी गठित करने वाले पूर्व भाजपा नेता चौधरी लाल सिंह को प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार कर लिया है। ईडी अधिकायिों ने बुधवार को इसकी पुष्टि की है कि जम्मू क्षेत्र में ईडी द्वारा किसी मामले में की गई यह पहली गिरफ्तारी है।
अधिकारियों ने बताया कि मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोपित पूर्व मंत्री चौधरी लाल सिंह की मंगलवार को अग्रिम जमानत खारिज होने के बाद ईडी ने देर रात को गिरफ्तार कर लिया था। ईडी ने रात करीब दस बजे चौधरी लाल सिंह को जम्मू के बाहरी क्षेत्र चुआदी से गिरफ्तार किया। लाल सिंह अपने परिवार के साथ यहां एक किराए के मकान में रह रहे थे।
लाल सिंह को गिरफ्तार करने के बाद ईडी ने उनकी मेडिकल जांच करवाई जिसके बाद करीब 11 बजे ईडी चौधरी लाल सिंह को लेकर नरवाल स्थित ईडी कार्यालय पहुंची। जम्मू में ईडी की ओर से यह पहली गिरफ्तारी है। इससे पूर्व मंगलवार को सीबीआई की विशेष अदालत ने चौधरी लाल सिंह की अग्रिम जमानत अर्जी को खारिज कर दिया। गिरफ्तारी के बाद समर्थकों ने ईडी कार्यालय के बाहर धरना दिया, इससे पहले लाल सिंह की गिरफ्तारी की खबर जैसे ही उनके समर्थकों को लगी तो वे ईडी कार्यालय के बाहर भारी संख्या में पहुंचने लगे।
कुछ ही देर में वहां सैकड़ों कार्यकर्ता पहुंच गए और भाजपा सरकार के विरुद्ध नारेबाजी करने लगे। एक अधिकारी ने बताया कि मंगलवार को जम्मू में भ्रष्टाचार निरोधक अदालत द्वारा उनकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज करने के कुछ घंटों बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
सिंह की पत्नी और पूर्व विधायक कांता अंडोत्रा द्वारा संचालित एक शैक्षिक ट्रस्ट के खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत दर्ज मामले के तहत ईडी द्वारा जांच की जा रही थी। उन्हें शनिवार और सोमवार को ईडी कार्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया गया था और एजेंसी ने उन्हें कल रात जम्मू शहर के बाहरी इलाके में सैनिक कालोनी के चुआदी इलाके से उठाया था।
अधिकारी ने कहा कि लाल सिंह को हिरासत में लेने की कानूनी औपचारिकता के तहत मेडिकल जांच के लिए आज भी सरकारी मेडिकल कालेज जम्मू लाया गया। दो बार सांसद और तीन बार विधायक रहे सिंह 2014 में कांग्रेस से भाजपा में शामिल हो गए और जम्मू कश्मीर में पिछली पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार में मंत्री भी थे, जो जून 2018 में राष्ट्रीय पार्टी के हटने के बाद गिर गई थी।
सरकार गिरने से कई महीने पहले, सिंह ने कठुआ बलात्कार और हत्या के आरोपियों के समर्थन में आयोजित एक रैली में भाग लेने पर हंगामे के बाद भाजपा से इस्तीफा दे दिया और अपनी पार्टी डोगरा स्वाभिमान संगठन बनाई। उसके बाद से ही वे भाजपा की आंखों का कांटा बन गए थे।