जम्मू-कश्मीरः पुलिसकर्मी को अगवा कर आतंकियों ने मार डाला, मारने से पहले पीटा, टीआरएफ ने ली जिम्मेदारी
By सुरेश एस डुग्गर | Published: November 5, 2020 07:02 PM2020-11-05T19:02:21+5:302020-11-05T19:03:40+5:30
हत्या की जिम्मेदारी टीआरएफ नामक आतंकी गुट ने ली है। अधिकारियों ने बताया कि आतंकियों ने बडगाम में एक पुलिसकर्मी को अगवा कर मौत के घाट उतार दिया है। पुलिस ने इस संदर्भ में एक मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
जम्मूः आतंकियों ने एक पुलिसकर्मी को फांसी लगा कर मार डाला है। उसको फांसी लगाए जाने से पहले उसकी खूब पिटाई की गई थी और अगवा कर लिया गया था।
इस हत्या की जिम्मेदारी टीआरएफ नामक आतंकी गुट ने ली है। अधिकारियों ने बताया कि आतंकियों ने बडगाम में एक पुलिसकर्मी को अगवा कर मौत के घाट उतार दिया है। पुलिस ने इस संदर्भ में एक मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि जम्मू कश्मीर पुलिस में आइआरपी की 21वीं वाहिनी का एक कांस्टेबल मोहम्मद अशरफ को बुधवार की रात को आतंकियों ने अगवा कर लिया।
वह बड़गाम जिले के अरचंद्रहामा, मागाम का रहने वाला था और बीते कुछ समय से उत्तरी कश्मीर के परिहासपोरा पट्टन में तैनात था। उसका पता लगाने के लिए बीती रात से ही पुलिस ने सेना व सीआरपीएफ के जवानों के साथ मिलकर उसकी तलाशी शुरू कर रखी थी लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिल रहा था।
अलबत्ता, आज सुबह मागाम से कुछ ही दूरी पर बटपोरा कनिहामा गांव के बाहरी छोर पर स्थानीय लोगों ने एक युवक का शव पेड़ से लटका देखा। उन्होंने उसी समय पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लिया। दिवंगत की पहचान लापता पुलिसकर्मी के रूप में हुई है।
उसके चेहरे और शरीर के विभिन्न हिस्सों में यातनाएं दिए जाने और पीटे जाने की निशान थे। उसके दोनों हाथ भी पीछे बंधे हुए थे और गले में फंदा डाला गया था। पुलिस के अनुसार,जिस हालात में शव मिला है, उससे साफ होता है कि मोहम्मद अशरफ की हत्या करने से पहले उसे यातनाएं दी गई हैं। शव को पोस्टमार्टम के बाद उसके परिजनों के हवाले कर दिया गया है। संबधित पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मोहम्मद अशरफ की हत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए एसआईटी का गठन किया गया है।