जम्मू कश्मीरः DGP एस पी वैद्य का हुआ तबादला, दिलबाग सिंह होंगे पुलिस के नए मुखिया
By भाषा | Updated: September 7, 2018 02:20 IST2018-09-07T02:20:44+5:302018-09-07T02:20:44+5:30
आदेश में लिखा है कि एक स्थायी व्यवस्था होने तक 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी और कारागार विभाग के प्रमुख दिलबाग सिंह इस पद का अतिरिक्त प्रभार संभालेंगे।

जम्मू कश्मीरः DGP एस पी वैद्य का हुआ तबादला, दिलबाग सिंह होंगे पुलिस के नए मुखिया
श्रीनगर, 07 सितंबरः जम्मू-कश्मीर के पुलिस प्रमुख एस. पी. वैद्य को गुरुवार देर रात उनके पद से हटा दिया गया। पुलिस महानिदेशक (कारागार) दिलबाग सिंह को राज्य के पुलिस प्रमुख का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। एक आधिकारिक आदेश में यह कहा गया है। गृह विभाग के प्रधान सचिव द्वारा आदेश में कहा गया है कि 1986 बैच के आईपीएस अधिकारी वैद्य का तबादला यातायात आयुक्त के पद पर किया गया है।
आदेश में लिखा है कि एक स्थायी व्यवस्था होने तक 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी और कारागार विभाग के प्रमुख दिलबाग सिंह इस पद का अतिरिक्त प्रभार संभालेंगे।
#JammuAndKashmir DGP SP Vaid transferred, DG Prisons Dilbag Singh made DGP as temporary arrangement. pic.twitter.com/IcxOzua6ol
— ANI (@ANI) September 6, 2018
वहीं, इससे पहले चार सितंबर के दिन बी श्रीनिवास को जम्मू कश्मीर पुलिस का नया खुफिया प्रमुख नियुक्त किया गया था। उन्होंने अब्दुल गनी मीर का स्थान लिया, जिनका पुलिस मुख्यालय में तबादला किया गया था। जारी आदेश के अनुसार 1990 बैच के अधिकारी श्रीनिवास अतिरिक्त महानिदेशक (सीआईडी) नियुक्त किये गये। मीर अतिरिक्त महानिदेशक के तौर पर पुलिस मुख्यालय से जुड़ें हैं।
54 वर्षीय श्रीनिवास के लिए यह गृहवापसी है क्योंकि वह करीब पांच साल तक महानिरीक्षक (सीआईडी) रह चुके हैं और उस दौरान कई आतंकी माड्यूल को नष्ट किया गया था। जब पीडीपी की अगुवाई में गठबंधन सरकार सत्ता में आयी तब उनकी जगह 1994 बैच के अधिकारी मीर को नियुक्त कर दिया गया था।
केंद्र के साथ विभिन्न बैठकों के दौरान यह बात सामने आई थी कि स्थानीय खुफिया की स्थिति बेहद लचर हो गई है। हिज्बुल मुजाहिदीन के पोस्टर ब्वाय बुरहान वानी के मुठभेड़ में मारे जाने के बाद तो और स्थिति गड़बड़ाई। श्रीनिवास के समक्ष कश्मीर घाटी स्थानीय खुफिया को फिर से खड़ा करने की महती चुनौती होगी जिससे पुलिस को घाटी में सक्रिय आतंकवाद संगठनों के खिलाफ और अभियान चलाने में मदद मिलेगी।