जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बिजली सकंट, भयंकर ठंड के बीच बिजली की कटौती से लोगों को हो रही परेशानी
By सुरेश एस डुग्गर | Updated: December 16, 2025 09:43 IST2025-12-16T09:43:07+5:302025-12-16T09:43:12+5:30
Jammu and Kashmir:जो इंडियन इलेक्ट्रिसिटी ग्रिड कोड बैंड यानी क्रमशः 380 केवीए और 198 केवीए से काफी कम है, ऐसा कम हाइड्रो जेनरेशन और आईएसटीएस नोड्स से भारी एमवीएआर ड्रॉ के कारण है।

जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बिजली सकंट, भयंकर ठंड के बीच बिजली की कटौती से लोगों को हो रही परेशानी
Jammu and Kashmir: लगातार ठंड के तापमान के बीच, जम्मू कश्मीर और लद्दाख में दिसंबर महीने में 34 प्रतिशत से ज्यादा बिजली की कमी होने की संभावना है। अधिकारियों ने बताया कि दिसंबर-2025 के लिए उत्तरी क्षेत्र में अनुमानित बिजली आपूर्ति की स्थिति के अनुसार, जम्मू कश्मीर और लद्दाख में 34.2 प्रतिशत बिजली की कमी होने की संभावना है।
आधिकारिक आंकड़ों से पता चलता है कि जम्मू कश्मीर और लद्दाख में 3737 मेगावाट की जरूरत के मुकाबले सिर्फ 2460 मेगावाट बिजली उपलब्ध है। इससे यह भी पता चलता है कि 1277 मेगावाट की कमी है।
एक अन्य अधिकारी के मुताबिक, सर्दियों में बढ़ोतरी के साथ, जम्मू कश्मीर कंट्रोल एरिया की मांग ज्यादा है और यह 3200 मैगावाट के आसपास बनी हुई है।
#WATCH Srinagar, J&K: A cold wave continues in the Kashmir Valley with a drop in temperature.
— ANI (@ANI) December 16, 2025
(Visuals from Dal Lake) pic.twitter.com/oXwk0xw74T
वे यह भी कहते थे कि सुबह और रात के समय हीटिंग लोड भी बढ़ रहा है। आने वाले दिनों में मांग और बढ़ सकती है।
अधिकारियों का कहना था कि यह देखा गया है कि कश्मीर घाटी के विभिन्न स्टेशनों पर 400 केवीए और 220 केवीए बस वोल्टेज बहुत कम रह रहे हैं, जो 347 केवीए और 178 केवीए तक पहुंच रहे हैं - जो इंडियन इलेक्ट्रिसिटी ग्रिड कोड बैंड यानी क्रमशः 380 केवीए और 198 केवीए से काफी कम है, ऐसा कम हाइड्रो जेनरेशन और आईएसटीएस नोड्स से भारी एमवीएआर ड्रॉ के कारण है।
खास बात यह है कि नवंबर में ही अधिकारियों ने अनुमान लगाया था कि वर्ष 2034-35 तक जम्मू कश्मीर में बिजली की मांग में 49.42 प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी।
अधिकारी ने स्पष्ट किया था कि पीक डिमांड औसत वृद्धि से ज्यादा होगी और कहा कि इस क्षेत्र में 2025-26 से 2034-2035 तक हर साल बिजली की मांग में 6 प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है।
बिजली की मांग में साल-दर-साल वृद्धि दर बताते हुए, अधिकारियों ने कहा है कि जम्मू कश्मीर में 2025-26 में पांच प्रतिशत अतिरिक्त मांग होगी, इसके बाद 2026-27 में चार प्रतिशत, 2027-28 में चार प्रतिशत, 2028-29 में तीन प्रतिशत होगी।