जम्मू-कश्मीर: करीब डेढ़ दर्जन आतंकी सीमा में घुसे, तलाशी अभियान से नागरिकों में खौफ
By सुरेश एस डुग्गर | Updated: December 2, 2019 18:48 IST2019-12-02T18:48:31+5:302019-12-02T18:48:31+5:30
सुरक्षाबलों को अनंतनाग जिले के कुलगाम और जम्मू संभाग के रामबन इलाके में कुछ संदिग्धों व आतंकियों के मौजूद होने की सूचना मिली है। सुरक्षाबलों ने इलाके में तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।

गिरफ्तार किए गए सभी ओजीडब्ल्यू, युवाओं को आतंकवाद की ओर प्रेरित कर रहे थे।
जम्मू कश्मीर के कई भागों में आतंकियों की ताजा घुसपैठ नागरिकों को दहशतजदा कर रही है। उनकी तलाश में चलाए जा रहे तलाशी अभियान कश्मीरियों को दहशतजदा जरूर इसलिए कर रहे हैं क्योंकि घुसने वाले करीब डेढ़ दर्जन आतंकी फिलहाल हत्थे नहीं चढ़े थे।
सुरक्षाबलों को अनंतनाग जिले के कुलगाम और जम्मू संभाग के रामबन इलाके में कुछ संदिग्धों व आतंकियों के मौजूद होने की सूचना मिली है। सुरक्षाबलों ने इलाके में तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। संदिग्धों व आतंकियों को पकड़ने के लिए कुलगाम टाउन और रामबन इलाके का चप्पा-चप्पा खंगाला जा रहा है। इससे पहले कुलगाम में पुलिस और अन्य सुरक्षाबलों ने एक संयुक्त अभियान के दौरान तीन ओजीडब्ल्यू को गिरफ्तार किया था।
गिरफ्तार किए गए सभी ओजीडब्ल्यू, युवाओं को आतंकवाद की ओर प्रेरित कर रहे थे। आतंकियों के खिलाफ लड़ाई को तेज करते हुए जम्मू कश्मीर पुलिस ने सेना और अन्य सुरक्षाबलों के साथ कश्मीर घाटी में कई योजनाबद्ध कदम उठाए हैं।
इसके परिणामस्वरूप पिछले एक महीने में छह आतंकी मॉड्यूल पकड़े गए हैं। सुरक्षा बलों ने साझा प्रयासों में आतंकवादियों और उनके मददगारों पर जबरदस्त हमले किए हैं। नवंबर महीने में 28 से ज्यादा आतंकियों के सहयोगियों की गिरफ्तारी हुई है।
उत्तरी कश्मीर के बारामुल्ला जिले के डालरी जंगल क्षेत्र में ध्वस्त किए गए आतंकी ठिकाने से सेना को एक नक्शा भी मिला है। यह नक्शा आतंकियों के घुसपैठ के रास्ते से जुड़ा हुआ है। इसमें राफियाबाद के काजीनार इलाके से घुसपैठ करने के रास्ते का जिक्र है। सेना इसे बड़ी उपलब्धि मान रही है। नक्शे की बरामदगी के बाद सेना ने पूरे रास्ते को सील कर दिया है।
सुरक्षाबलों को शनिवार को डालरी जंगल क्षेत्र से आतंकी ठिकाने से दो एके 47 राइफल, आरपीजी-तीन, एके 47 की 2000 गोलियां, तीन वायरलेस सेट, गर्म कपड़े तथा युद्ध जैसे अन्य सामान बरामद किए थे। रविवार को सेना ने इन हथियारों की प्रदर्शनी लगाई थी।
दरअसल, जिस समय सुरक्षाबलों ने सर्च ऑपरेशन चलाया उस समय सूचना थी कि जंगल में एक ठिकाने पर पांच आतंकी छिपे हैं। हालांकि सुरक्षा बलों के पहुंचने से पहले ही आतंकी भाग निकले। अभी भी उनके जंगल में ही होने का शक है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक अवंतीपोरा पुलिस ने जिले के लडू इलाके में धमकी वाले पोस्टर लगाने वाले तीन शरारती तत्वों की गिरफ्तारी के साथ एक आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया था। उनके कब्जे से हिजबुल मुजाहिद्दीन औरलश्कर ए तैयबा के धमकी भरे पोस्टर भी बरामद किए गए थे। साथ ही नारानाग इलाके से गांदरबल पुलिस ने ओजीडब्ल्यू को भी गिरफ्तार किया था। उनके कब्जे से हथियार बरामद किए गए।
दूसरी ओर सोपोर पुलिस ने आतंकी संगठन लश्कर के दस ओजीडब्ल्यू को गिरफ्तार कर एक बड़े मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया। चतलोरा गुंड मलराज कर्सिंग रफियाबाद में पुलिस ने सेना और सीआरपीएफ के साथ चार वर्करों को सामग्री सहित गिरफ्तार किया था। वे आम जनता को डराने और धमकाने में शामिल थे। इसी तरह लश्कर के छह वर्करों को पकड़ा गया। वे आगजनी की घटनाओं में शामिल थे और धमकी के पोस्टर को प्रकाशित कर रहे थे।
बाईपास चौराहे पर दो हैंड ग्रेनेड सहित वर्करों को पकड़ा गया था। पुलवामा पुलिस ने अन्य सुरक्षाबलों के साथ चार ओजीडब्ल्यू के क्षेत्र में धमाकों को अंजाम देने के लिए जिम्मेदार उग्रवादी सहयोगियों के आमोद का भंडाफोड़ किया। गिरफ्तार किए गए व्यक्ति पुलवामा के अरिहाल क्षेत्र में आईईडी विस्फोट में शामिल थे।