जामिया हिंसा: गिरफ्तार छह लोगों को 30 दिसम्बर तक न्यायिक हिरासत में भेजा
By भाषा | Published: December 17, 2019 05:52 PM2019-12-17T17:52:08+5:302019-12-17T18:14:46+5:30
अधिकारी ने कहा कि कुल तीन व्यक्तियों को सफदरजंग और होली फैमिली अस्पताल में भर्ती कराया गया। गृह मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि जिस व्यक्ति को होली फैमिली अस्पताल में भर्ती कराया गया उसके शरीर पर गोली लगने के कोई निशान नहीं थे और अस्पताल से उसे छुट्टी दे दी गई है।
गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि रविवार को जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के पास प्रदर्शनकारियों पर पुलिस की तरफ से कोई भी गोली नहीं चलाई लेकिन इलाके से कारतूस का एक खोखा बरामद हुआ है।
दिल्ली की अदालत ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया के निकट सीएए प्रदर्शनों के सिलसिले में गिरफ्तार छह लोगों को 30 दिसम्बर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। अधिकारी ने कहा कि कुल तीन व्यक्तियों को सफदरजंग और होली फैमिली अस्पताल में भर्ती कराया गया। गृह मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि जिस व्यक्ति को होली फैमिली अस्पताल में भर्ती कराया गया उसके शरीर पर गोली लगने के कोई निशान नहीं थे और अस्पताल से उसे छुट्टी दे दी गई है।
वहीं सफदरजंग में भर्ती दो को लगी चोट किस तरह की है, यह पता लगाने के लिए अलग पुलिस एवं चिकित्सीय जांच जारी है। अधिकारी ने कहा, “हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि दिल्ली पुलिस ने जामिया में प्रदर्शनकारियों पर कोई गोली नहीं चलाई। हालांकि, मौके से बरामद हुए कारतूस के खाली खोखे को लेकर जांच जारी है।”
Delhi's Saket Court sends all 6 accused, in connection with Jamia Millia Islamia incident, to 14-day judicial custody.
— ANI (@ANI) December 17, 2019
अब तक पुलिस ने 10 लोगों को गिरफ्तार किया है और इनमें से कोई भी जामिया का छात्र नहीं है। उस वीडियो क्लिप के बारे में पूछे जाने पर जिसमें पुलिसकर्मी के साथ कथित तौर पर सिविल कपड़ों में एक व्यक्ति नजर आ रहा है, अधिकारी ने कहा कि वह व्यक्ति दिल्ली पुलिस का कॉन्स्टेबल है जो दक्षिणपूर्वी जिले में तैनात है और ऑटो चोरी रोकने वाले दस्ते का हिस्सा है।
एक अन्य सवाल के जवाब में, अधिकारी ने कहा कि दिल्ली पुलिस के पास घटना वाले दिन रबर की गोलियां नहीं थीं।