नई दिल्ली: कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने बुधवार को चीन पर मणिशंकर अय्यर की टिप्पणी से अपनी पार्टी को अलग कर लिया। नेता ने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री ने अपनी निजी हैसियत से यह टिप्पणी की है। मणिशंकर अय्यर ने मंगलवार को एक कार्यक्रम के दौरान यह कहकर बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया कि अक्टूबर 1962 में चीनियों ने "कथित तौर पर भारत पर आक्रमण किया था।"
इस टिप्पणी पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की, जिसके बाद कांग्रेस ने खुद को अय्यर की टिप्पणियों से दूर कर लिया। इससे पहले जयराम रमेश ने कहा था कि अय्यर ने बाद में अपनी टिप्पणी के लिए बिना शर्त माफी मांगी है। एएनआई से बात करते हुए रमेश ने कहा: "मणिशंकर अय्यर कौन हैं? वह कोई अधिकारी नहीं, पूर्व सांसद और पूर्व मंत्री हैं। वह अपनी व्यक्तिगत हैसियत से जो चाहे बोलते हैं।"
जयराम रमेश ने आगे कहा, "हमारा इससे कोई लेना-देना नहीं है...मीडिया, बीजेपी की ट्रोल आर्मी और सोशल मीडिया इसे चलाते रहते हैं। आज उनका कांग्रेस पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है। वह कांग्रेस पार्टी में हैं लेकिन वह सांसद भी नहीं हैं, वह सिर्फ पूर्व सांसद हैं।" जयराम रमेश ने भरोसा जताया कि देश में इंडी गठबंधन की सरकार बनेगी।
उन्होंने कहा, "पहले दो चरणों के बाद ही यह स्पष्ट हो गया कि भारतीय गुट को पूर्ण बहुमत मिलेगा...4 जून को निवर्तमान प्रधानमंत्री बाहर हो जायेंगे। इंडिया ब्लॉक सरकार बनाएगा और पांच साल तक स्थिर, धैर्यवान और जिम्मेदार सरकार चलाएगा।"