यूपी में प्रोटेम स्पीकर के लिए राजभवन भेजे गए 17 नाम, आजम खान का नाम भी शामिल
By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: March 18, 2022 14:18 IST2022-03-18T13:58:06+5:302022-03-18T14:18:25+5:30
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के पास भेजे गये प्रोटेम स्पीकर के 17 विधायकों की लिस्ट में आजम खान के अलावा भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सुरेश कुमार खन्ना और समाजवादी पार्टी के अन्य नेता अवधेश प्रसाद भी शामिल हैं। रामपुर से सपा के सियासी किले को महफूज रखने वाले आजम खान इसी क्षेत्र से लोकसभा के भी सांसद हैं।

फाइल फोटो
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर के लिए जिन 17 विधायकों के नाम राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के पास भेजे गये हैं, उनमें समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और सीतापुर जेल में बंद आजम खान का नाम भी शामिल है।
रामपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव में दर्ज करने वाले 73 साल के आजम खान को मानहानि और नफरत फैलाने के मामले में पिछले हफ्ते ही जमानत मिली थी लेकिन उनपर अभी दो अन्य मामलों कोर्ट में लंबित हैं, जिसके कारण उनके जेल से बाहर आने के आसार बहुत ही कम हैं।
तमाम परेशानियों के बावजूद अपने रामपुर के सियासी किले को महफूज रखने वाले आजम खान इसी क्षेत्र से लोकसभा के भी सांसद हैं। आने वाले समय में अब ये आजम खान को तय करना है कि वो संसद या विधानसभा में किसकी सदस्यता अपने पास रखते हैं और किस पद से इस्तीफा देते हैं। साल 2002 से रामपुर में कायम हुई सपा की बादशाहत आज भी बरकरार है।
सपा के वरिष्ठ नेता आजम खान ने बीते महीने हुए यूपी विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के आकाश सक्सेना को 55,000 से अधिक मतों से हराया था। जानकारी के मुताबिक राज्यपाल के पास भेजे गये प्रोटेम स्पीकर के 17 विधायकों की लिस्ट में आजम खान के अलावा भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सुरेश कुमार खन्ना और समाजवादी पार्टी के अन्य नेता अवधेश प्रसाद भी शामिल हैं।
मालूम हो कि भाजपा गठबंधन ने यूपी विधानसभा चुनाव में लगातार दूसरी बार 403 में से 273 सीटों पर जीत हासिल की है। इसके साथ ही मौजूदा सीएम योगी आदित्यनाथ अपने मुख्यमंत्री के पद को बचाने में कामयाबी हासिल की है। इस चुनाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी गोरखपुर की सदर विधानसभा सीट से चुनकर विधानसभा में पहुंचे हैं।
मौजूदा कार्यकाल के लिए जब साल 2017 में आदित्यनाथ का चयन मुख्यमंत्री के पद के लिए हुआ था उस समय वो गोरखपुर से पांचवी बार लोकसभा के सांसद थे और सीएम पद की कमान संभालने के बाद विधान परिषद के रास्ते लखनऊ की सत्ता के सर्वेसर्वा बने थे।
सीएम आदित्यनाथ और उनके नए मंत्रिमंडल के लिए शपथ ग्रहण जल्द ही होने की उम्मीद है, हालांकि इसकी कोई निश्चित तारीख का ऐलान नहीं हुआ है।
बुधवार को भाजपा कोर कमेटी की बैठक में सरकार गठन और उसके मंत्रिमंडल को लेकर छह घंटे तक गहन मंत्रणा हुई, लेकिन उस बैठक में क्या फैसला हुआ। इसकी जानकारी प्रेस को नहीं दी गई। खबरों के मुताबिक मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह में केंद्र और यूपी की बीजेपी सरकारों के कई चर्चित चेहरों के शामिल होने की संभावना जताई जा रही है।