कंपनियों के लिये कर्मचारियों को अपने साथ जोड़े रखना हुआ मुश्किल, 2020 में आकर्षित करने पर होगा ध्यान
By भाषा | Updated: December 29, 2019 20:32 IST2019-12-29T20:32:31+5:302019-12-29T20:32:31+5:30
एक अध्ययन में ऐसा कहा गया है। नौकरी के संबंध में शोध पर आधारित नवोन्मेषी समाधान मुहैया कराने वाली कंपनी साइकी के अध्ययन ‘दी 2020 टैलेंट टेक्नोलॉजी आउटलुक’ के अनुसार, एक सर्वेक्षण में करीब 78 प्रतिशत कंपनियों ने माना है कि लोगों को नौकरी देना तथा उन्हें कंपनी के साथ जोड़े रखना पिछले साल की तुलना में मुश्किल हो गया है।

कंपनियों के लिये कर्मचारियों को अपने साथ जोड़े रखना हुआ मुश्किल, 2020 में आकर्षित करने पर होगा ध्यान
कंपनियों के लिये कर्मचारियों को अपने साथ जोड़े रखना दिन ब- दिन मुश्किल होता जा रहा है। ऐसे में कंपनियां 2020 में कर्मचारियों को नौकरी पर रखने के साथ ही उन्हें अपने साथ जोड़े रखने के नये तौर तरीकों पर भी ध्यान देने लगीं हैं। कंपनी से जल्दी नौकरी छोड़ने वालों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। ऐसे में कंपनियां केवल नौकरी देने पर ही नहीं बल्कि कर्मचारियों के लिये कंपनी को आकर्षित बनाये रखने पर ज्यादा ध्यान देने लगीं हैं।
एक अध्ययन में ऐसा कहा गया है। नौकरी के संबंध में शोध पर आधारित नवोन्मेषी समाधान मुहैया कराने वाली कंपनी साइकी के अध्ययन ‘दी 2020 टैलेंट टेक्नोलॉजी आउटलुक’ के अनुसार, एक सर्वेक्षण में करीब 78 प्रतिशत कंपनियों ने माना है कि लोगों को नौकरी देना तथा उन्हें कंपनी के साथ जोड़े रखना पिछले साल की तुलना में मुश्किल हो गया है। अध्ययन के अनुसार, नौकरी के लिये लोगों को चुनने में लंबा समय लगने तथा जल्दी नौकरी छोड़ने की दर के 22 प्रतिशत से अधिक हो जाने से यह पता चलता है कि नियुक्ति की प्रक्रिया न सिर्फ मुश्किल और महंगी हुई है बल्कि उचित प्रतिभा को आकर्षित नहीं कर पाने की अक्षमता से कारोबार पर असर भी पड़ रहा है।
अध्ययन में कहा गया है कि करीब 68 प्रतिशत कर्मचारी आंशिक या पूरी तरह से अपने कामकाज पर ध्यान नहीं देते हैं, इससे उत्पादकता में अरबों डॉलर का नुकसान हो रहा है। अध्ययन के अनुसार, कंपनियों को 2020 में इस हकीकत का सामना करना पड़ेगा और यह देखने को मिलेगा कि प्रौद्योगिकी लोगों पर केंद्रित नियुक्ति प्रक्रिया के बजाय प्रौद्योगिकी और ब्रांडिंग पर केंद्रित मुहिम की ओर बढ़ेगी, जिससे तेजी से प्रतिभाओं को आकर्षित किया जा सकेगा।
कंपनियां अपनी छवि बेहतर बनाने के लिये ब्रांडिंग और विपणन के विशेषज्ञों को रखेगी जो उनके संभावित कार्यबल के साथ सही संवाद करेंगे। मानव संसाधन विपणन में सोशल मीडिया और महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की शुरुआत करेगा। साइकी ने भारत समेत चार महादेशों के 100 से अधिक सी-सुइट और मानव पूंजी विशेषज्ञों से सर्वेक्षणों, सोशल मीडिया इनपुट, साक्षत्कारों और सामूहिक चर्चाओं के जरिये प्राप्त जानकारी का विश्लेषण कर यह अध्ययन तैयार किया है। अध्ययन में कहा गया है कि कार्यबल के महंगे होने के कारण कंपनियां अनुबंधों पर तथा हल्की शर्तों पर अधिक नियुक्तियां करेगी।
अध्ययन के अनुसार, सर्वेक्षण में शामिल कंपनियों में से करीब 54 प्रतिशत ने माना कि वे अपने कारोबार के कुछ हिस्सों में अगले दो साल के दौरान इंटरनेट के जरिये सेवा जुटाएंगी। साइकी ने कहा कि 2020 में कर्मचारियों और नियोक्ताओं की सोच में बदलाव दिखने की शुरुआत हो जाएगी।