बेंजामिन नेतन्याहू मुंबई में यहूदी नेताओं से करेंगे मुलाकात, रद्द हुुई मिसाइल डील पर बोले- दोस्त मोदी से की है बात
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Updated: January 18, 2018 10:45 IST2018-01-18T08:45:46+5:302018-01-18T10:45:01+5:30
इजराइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू मुंबई में भारतीय कारोबारियों से भी बैठक करने वाले हैं।

बेंजामिन नेतन्याहू मुंबई में यहूदी नेताओं से करेंगे मुलाकात, रद्द हुुई मिसाइल डील पर बोले- दोस्त मोदी से की है बात
भारत के छह दिवसीय दौरे पर आए इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू गुरुवार (18 जनवरी) को मुंबई में यहूदी समुदाय के प्रमुख लोगों से मुलाकात कर सकते हैं। इजराइली पीएम भारतीय कारोबारियों से भी बैठक करने वाले हैं। पीएम नेतन्याहू रविवार (14 जनवरी) को भारत पहुंचे थे। भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हवाईअड्डे पर गले लगाकर उनका स्वागत किया था। इजराइली पीएम के साथ उनकी पत्नी सारा नेतन्याहू और 130 इजराइली कारोबारी भी भारत दौरे पर आए हैं।
बुधवार (17 जनवरी) को इजराइली पीएम नेतन्याहू और उनकी पत्नी गुजरात के अहमदाबाद स्थित साबरमती आश्रम गये थे। अहमदाबाद में भी इजराइली पीएम का स्वागत पीएम नरेंद्र मोदी ने किया। दोनों देशों के प्रधानमंत्री हवाईअड्डे से खुली गाड़ी में रोड शो करते हुए महात्मा गांधी के साबरमती आश्रम पहुंचे। दोनों नेताओं ने बापू की समाधी पर श्रद्धा सुमन अर्पित करने के बाद वहाँ पतंगबाजी की और चरखा काता।
बुधवार शाम इजराइली पीएम ने एक वीडियो बयान जारी करते हुए कहा कि भारतीय प्रधानमंत्री से उन्होंने इजराइली एंटी-टैंक मिसाइल समझौते को लेकर बात की है और ये सौदा फिर से पटरी पर आ गया है। इजराइली पीएम के भारत आने से कुछ दिन पहले ही भारतीय रक्षा मंत्रालय ने इजराइली हथियार निर्माता कंपनी के साथ 50 करोड़ डॉलर का रक्षा सौदा रद्द कर दिया था।
עדכון קצר מהודו: בעקבות שיחות שהיו לי עם חברי, ראש הממשלה נרנדרה מודי, ממשלת הודו הודיעה לנו שהיא מחזירה את עסקת הספייק למסלול. זה מאוד חשוב - ויהיו עוד הרבה עסקאות! pic.twitter.com/thhNtrJhNM
— Benjamin Netanyahu (@netanyahu) January 17, 2018
महाराष्ट्र में यहूदियों को अल्पसंख्यक का दर्जा प्राप्त है। साल 2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमले में पाकिस्तान से आए आतंकवादियों ने यहूदी समुदाय के प्रमुख स्थल को भी निशाना बनाया था। मुंबई में करीब तीन हजार यहूदी रहते हैं। पिछले सात दशकों में देश में यहूदियों की संख्या में कमी आयी है। साल 1951 की जनगणना में देश में कुल 26,512 यहूदी थे। साल 2001 की जनगणना में यह संख्या घटकर 4650 रह गयी।