Israel-Hamas War: "दुनिया ने साबित कर दिया है कि रूस के लिए अलग कानून है और इज़रायल के लिए अलग", उमर अब्दुल्ला ने यूक्रेन-फिलिस्तिन हमले पर कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: October 24, 2023 05:47 PM2023-10-24T17:47:59+5:302023-10-24T17:50:57+5:30
उमर अब्दुल्ला ने मंगलवार को कहा कि गाजा में इजरायल और हमास के बीच हो रहे युद्ध ने साबित कर दिया है कि दुनिया में रूस के लिए अलग और इजरायल के लिए अलग कायदे-कानून हैं।
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मंगलवार को कहा कि गाजा में इजरायल और हमास के बीच हो रहे युद्ध ने साबित कर दिया है कि दुनिया में रूस के लिए अलग और इजरायल के लिए अलग कायदे-कानून हैं।
श्रीनगर में हमास-इजरायल संघर्ष पर बोलते हुए अब्दुल्ला ने मीडियाकर्मियों से कहा, "गाजा में मासूम लोग मारे जा रहे हैं, लेकिन पश्चिम के देश इजरायल को न्याय दिलाने की बात कर रहे हैं लेकिन जब यूक्रेन में ही ऐसा हो रहा है तो उन देशों का रूख अलग है।"
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष ने कहा कि गाजा में हो रही इजरायली बमबारी से निर्दोष लोग मारे जा रहे हैं लेकिन लोगों को कोई फर्क नहीं पड़ रहा है।
अब्दुल्ला ने कहा, "हम तो पहले दिन से गाजा में जो हो रहा है, उसका विरोध कर रहे हैं। गाजा बमबारी में निर्दोष लोग मारे जा रहे हैं। दुनिया ने साबित कर दिया है कि रूस और इजरायल के लिए अलग-अलग कानून हैं।"
उन्होंने मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए अंतरराष्ट्रीय समुदाय पर सवाल उठाया और कहा, "रूस ने यूक्रेन में मासूम लोगों के साथ जो किया वह युद्ध अपराध था, फिर इजराइल गाजा के साथ जो कर रहा है, क्या वह गलत नहीं है? दोनों चीजें सही नहीं हो सकतीं। अब इस दुनिया को तय करना होगा कि क्या ठीक है।"
मालूम हो कि 7 अक्टूबर से गाजा पर इजरायली हमलों में कम से कम 5,087 फिलिस्तीनी मारे गए हैं। इस मामले में नेशनल कांफ्रेंस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) सहित जम्मू-कश्मीर के लगभग सभी प्रमुख पार्टियों ने युद्ध की निंदा की है और वहां पर शांति स्थापित करने की मांग की है।
जम्मू-कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने 21 अक्टूबर को पश्चिम एशियाई देश हमास के खिलाफ युद्ध के बीच इजरायल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था।
प्रदर्शन के दौरान महबूबा मुफ्ती सहित अन्य प्रदर्शनकारियों ने 'इजरायल वापस जाओ' के नारे भी लगाए थे।
महबूबा मुफ्ती ने कहा था, "फिलिस्तीन में 1,500 बच्चे मारे गए हैं और दुनिया दर्शक बनकर देख रही है। जब रूस के साथ युद्ध के दौरान यूक्रेन में बच्चे मारे गए तो यही दुनिया चिल्ला रही थी। अब, जब फिलिस्तीन में हजारों लोग मारे गए हैं तो कोई इसके बारे में बात नहीं कर रहा है।"
उन्होंने आगे कहा, "हम दुनिया के सभी देशों से आग्रह करते हैं कि वे इजरायल पर युद्धविराम के लिए दबाव डालें। फिलिस्तीन में अत्याचार हो रहा है। इजरायल फिलिस्तीनियों के खिलाफ नरसंहार जैसे अपराध कर रहा है। इससे स्थिति लंबे समय के लिए खराब हो सकती है। इजरायलियों को फिलिस्तीन छोड़ देना चाहिए।"
महबूबा ने कहा, "इजरायल-फिलिस्तीन कोई मुस्लिम मुद्दा नहीं है। मुझे उम्मीद है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय जागेगा और इस मुद्दे का स्थायी समाधान करेगा ताकि हर दिन खून न बहाया जाए। हम हमास के हमले की निंदा करते हैं।"