कितनी सुरक्षित है कोरोना वैक्सीन? जानिए क्या कहते हैं नीति आयोग के सदस्य
By एसके गुप्ता | Updated: January 13, 2021 19:07 IST2021-01-13T19:06:10+5:302021-01-13T19:07:40+5:30
लोगों को वैक्सीन च्वाइस का अधिकार न देने पर कांग्रेस ने कहा लोग गिनी पिग नहीं हैं।

(फाइल फोटो)
दो दिन बाद यानि शनिवार से देश में वैक्सीनेशन अभियान शुरू होने वाला है। मकर संक्रांति के दिन देश के सभी वैक्सीननेशन सेंटर पर कोरोना वैक्सीन की खेप पहुंच जाएगी। वैक्सीनेशन से पहले हर किसी के जहन में एक ही सवाल है कि कोरोना वैक्सीन कितनी सुरक्षित है और कोविशील्ड व कोवाक्सीन में से कौन सी वैक्सीन ज्यादा असरदार है? नीति आयोग के सदस्य डा.वीके पॉल ने इन सवालों के जवाब पर कहा है कि डीजीसीआई ने कोरोना वैक्सीन को सही माना है और मंजूरी दी है।
कोविशील्ड और कोवाक्सीन दोनों ही वैक्सीन का ट्रायल हजारों लोगों पर किया गया है। जिससे इस बात की पुष्टि हुई है कि यह दोनों ही वैक्सीन सुरक्षित हैं। डा. वीके पॉल ने कहा कि लोगों को वैक्सीनेशन अभियान से जुड़ना चाहिए और यह भली भांति समझना चाहिए कि आप और आपके परिवार इससे सुरक्षित रहेंगे। लेकिन वैक्सीन लगवाने लोग इस बात का पूरा ध्यान रखें कि वैक्सीन की पहली डोज और दूसरी डोज लगने के बाद भी करीब 20 दिनों तक दो गज की दूरी, मास्क पहनने और हाथ धोने के नियमों में किसी तरह की कोताही न बरतें । क्योंकि टीका लगते ही शरीर में एकदम से एंटीबॉडी तैयार नहीं होगी।
पहली डोज लगने के 14 दिन बाद उसका असर दिखने लगता है। दूसरी डोज 28 दिन बाद लगेगी और फिर जाकर शरीर में एंटीबॉडी बनेंगी। आपके शरीर में मौजूद यही एंटीबॉडी आपकी कोरोना वायरस से सुरक्षा करेंगी। उधर कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डा. हर्षवर्द्धन को ट्वीट करते हुए कहा है कि सरकार बोल रही है कि किसी के पास वैक्सीन चुनने का ऑप्शन नहीं होगा।
जबकि भारत सरकार ने ही कोवैक्सीन को इस्तेमाल की मंजूरी दी है। जब कोवैक्सीन का तीसरा ट्रायल भी पूरा नहीं हुआ है, ऐसे में उसे मंजूरी देने पर सवाल खड़े हो रहे हैं। अगर वैक्सीन का अभियान शुरू हो रहा है, तो लोगों में विश्वास पैदा करना जरूरी है।