आईआरएस सर्वेः प्रिंट मीडिया के पाठकों में लगातार इजाफा, 'लोकमत' देश का नंबर-1 मराठी अखबार
By आदित्य द्विवेदी | Updated: April 27, 2019 15:46 IST2019-04-27T15:45:13+5:302019-04-27T15:46:36+5:30
महाराष्ट्र के साथ-साथ दिल्ली में भी सफलता के झंडे गाड़ने वाले दैनिक लोकमत मराठी समाचार पत्रों का राजा साबित हुआ है।

आईआरएस सर्वेः प्रिंट मीडिया के पाठकों में लगातार इजाफा, 'लोकमत' देश का नंबर-1 मराठी अखबार
पूरी दुनिया में जहां एक तरफ प्रिंट मीडिया उद्योग ढलान पर है, वहीं देश में हिंदी पत्र-पत्रिकाओं सहित क्षेत्रीय भाषाओं के मीडिया के योगदान की बदौलत प्रिंट मीडिया के पाठकों की संख्या बढ़कर 42.5 करोड़ तक पहुंच गयी। मीडिया रिसर्च यूजर्स काउंसिल (एमआरयूसी) द्वारा 2019 की पहली तिमाही के लिए इंडियन रीडरशिप सर्वे (आईआरएस) की जारी रपट में कहा गया है कि प्रिंट उद्योग बढ़ रहा है। मराठी पाठकों में गहरी पैठ बना चुका लोकमत नंबर-1 मराठी समाचार पत्र बना है।
लोकमत है मराठी समाचार पत्रों का राजा
महाराष्ट्र के साथ-साथ दिल्ली में भी सफलता के झंडे गाड़ने वाले दैनिक 'लोकमत' मराठी समाचार पत्रों का राजा साबित हुआ है। मराठी पाठकों की अचूक नब्ज पहचानने वाले लोमत ने अपना अव्वल स्थान बरकरार रखते हुए प्रतिस्पर्धी दैनिकों को पीछे छोड़ दिया है। यह इंडियन रीडरशिप सर्वे (आईआरएस) संस्था के ताजा सर्वेक्षण से स्पष्ट हो गया। इस सर्वेक्षण के अनुसार लोकमत को मराठी पाठकों की पहली पसंद दर्शाया गया है।
'लोकमत' समाचार पत्र समूह की कुल पाठक संख्या 2 करोड़ 36 लाख से ज्यादा है। संपूर्ण भारत में सभी भाषायी दैनिकों की पाठक संख्या में लोकमत पांचवे स्थान पर विराजमान है। इतना ही नहीं प्रांतीय भाषा में लोकमत अग्रिम पंक्ति में है। मराठी भाषा के अपने करीबी प्रतिस्पर्धकों की तुलना में लोकमत की पाठक संख्या 1 करोड़ 13 लाख से अधिक है।
आईआरएस की तकनीकी कमेटी के संचालक विक्रम सखुजा ने कहा कि हमने शहरी व ग्रामीण लोगों से मुलाकात की। इलेक्टॉनिक फॉर्म, डिजिटल कॉन्ट्रैक्ट शीट द्वारा पाठकों की प्रतिक्रिया लेकर सर्वेक्षण तैयार किया। मुद्रित माध्यमों की प्रगति सराहना करने योग्य है।
हिंदी अखबारों का भी बोलबाला
आईआरएस प्रिंट मीडिया के पाठकों का अध्ययन है। शीर्ष 10 अखबारों की सूची में अंग्रेजी का केवल एक अखबार- 'द टाइम्स ऑफ इंडिया'- शामिल है जबकि दैनिक जागरण इस सूची में पहले स्थान पर है। दैनिक जागरण के पाठकों की संख्या सात करोड़ 36 लाख 73 हजार आंकी गई है जबकि टाइम्स आफ इंडिया के पाठकों की संख्या एक करोड 52 लाख 36 हजार आंकी गई है और यह नौवें स्थान पर रहा।
दैनिक भास्कर 5.14 करोड़ पाठकों के साथ दूसरे स्थान पर रहा। अमर उजाला की पाठक संख्या 4.76 करोड़ रही है। हिन्दुस्तान और हिन्दुस्तान टाइम्स के आंकड़े बताये नहीं गये हैं क्योंकि इनकी समीक्षा की जा रही है।
समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा से इनपुट्स लेकर