आईएनएक्स मीडियाः ईडी के समक्ष पेश हुए कांग्रेस सांसद कार्ती चिदंबरम, एजेंसी को कुछ नए सुराग मिले हैं
By भाषा | Updated: January 20, 2020 19:59 IST2020-01-20T19:59:26+5:302020-01-20T19:59:26+5:30
मामले के जांच अधिकारी ने तमिलनाडु के शिवगंगा से कांग्रेस सांसद कार्ती के मनी लांड्रिंग निरोधक कानून (पीएमएलए) के तहत बयान रिकार्ड किये। इससे पहले, उनसे पिछले साल अक्टूबर में पूछताछ की गयी थी। जांच एजेंसी ने सांसद से इससे पहले भी मामले में कई बार पूछताछ की है।

ईडी ने आईएनएक्स मीडिया मामले में 2018 में कार्ती की 54 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की थी।
पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम के बेटे कार्ती चिदंबरम सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष पेश हुए। वह आईएनएक्स मीडिया मनी लांड्रिंग मामले में पूछताछ के लिये पेश हुए।
मामले के जांच अधिकारी ने तमिलनाडु के शिवगंगा से कांग्रेस सांसद कार्ती के मनी लांड्रिंग निरोधक कानून (पीएमएलए) के तहत बयान रिकार्ड किये। इससे पहले, उनसे पिछले साल अक्टूबर में पूछताछ की गयी थी। जांच एजेंसी ने सांसद से इससे पहले भी मामले में कई बार पूछताछ की है।
इसी मामले में उनके पिता और कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम से भी पूछताछ की गयी। सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पिछले साल पी. चिदंबरम को गिरफ्तार किया था और उन्हें 100 दिन हिरासत में रहना पड़ा। उन्हें दिसंबर की शुरुआत में रिहा किया गया।
केंद्रीय जांच ब्यूरो ने मामले में कार्ती को भी गिरफ्तार किया था। ऐसा समझा जाता है कि एजेंसी को कुछ नए सुराग मिले हैं और उसी सिलसिले में उनसे पूछताछ हुई। इसके अलावा मामले में अन्य गवाहों तथा आरोपियों के बयान से भी उनका सामना कराया गया।
उल्लेखनीय है कि ईडी ने आईएनएक्स मीडिया मामले में 2018 में कार्ती की 54 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की थी। उनकी ये संपत्ति भारत, ब्रिटेन और स्पेन में स्थित है। इससे पहले, एजेंसी सूत्रों ने आरोप लगाया था कि पी. चिदंबरम और कार्ती कई मुखौटा कंपनियों से लाभ हासिल करने वाले मालिक हैं।
इन कंपनियों का गठन भारत और विदेश में किया गया। इन कंपनियां का विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड की आईएनएक्स मीडिया समूह को दी गयी मंजूरी से जुड़ाव सामने आया। ये मंजूरी उस समय दी गयी जब पिछली मनमोहन सरकार में चिदंबरम केंद्रीय वित्त मंत्री थे।