भारतीय मीडिया में खोजी पत्रकारिता गायब हो रही है : प्रधान न्यायाधीश
By भाषा | Updated: December 15, 2021 19:56 IST2021-12-15T19:56:00+5:302021-12-15T19:56:00+5:30

भारतीय मीडिया में खोजी पत्रकारिता गायब हो रही है : प्रधान न्यायाधीश
हैदराबाद, 15 दिसंबर प्रधान न्यायाधीश एन. वी. रमण ने बुधवार को कहा कि भारतीय मीडिया के परिदृश्य से ‘‘खोजी पत्रकारिता’’ गायब हो रही है।
उन्होंने डिजिटल माध्यम से आयोजित एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में कहा कि पहले समाचार पत्रों का उपयोग ‘स्कैंडल’ का खुलासा कर समाज में हलचल पैदा करने के लिए किया जाता था और आजकल शायद ही इस तरह की कोई विस्फोटक खबर पढ़ने को मिलती है।
न्यायमूर्ति रमण ने कहा, ‘‘मैं मौजूदा समय की मीडिया के बारे में कुछ विचार साझा करने की आजादी ले रहा हूं। खोजी पत्रकारिता की अवधारणा मीडिया के परिदृश्य से दुर्भाग्य से गायब हो रही है। यह कम से कम भारतीय परिप्रेक्ष्य में सच है। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘जब हम बड़े हो रहे थे हम समाचार पत्रों द्वारा बड़े स्कैंडल का खुलासा करने के प्रति काफी उत्सुक रहते थे। समाचार पत्रों ने उन दिनों हमें कभी हताश नहीं किया। अतीत में हमने बड़े स्कैंडल और कदाचार पर समाचार पत्र की खबरों से उत्पन्न हुई हलचल से गंभीर परिणाम होते देखे हैं।’’
प्रधान न्यायाधीश ने कहा कि व्यक्तियों और संस्थानों की सामूहिक नाकामी को मीडिया द्वारा उजागर किये जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मीडिया को प्रणाली में कमियों से लोगों को अवगत कराने की जरूरत है।
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