इंटरपोल के महासचिव जुर्गेन स्टॉक ने केंद्रीय गृह सचिव भल्ला से की मुलाकात, लंबित रेड कॉर्नर नोटिस पर चर्चा
By भाषा | Published: August 30, 2019 07:02 PM2019-08-30T19:02:22+5:302019-08-30T19:02:22+5:30
वर्ष 2016,2017 और 2018 के दौरान केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई)ने इंटरपोल को क्रमश: 91,94 और 124 रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने का अनुरोध किया। वहीं इंटरपोल ने क्रमश: 87,84 और 76 नोटिस जारी किए। इस साल 14 जून तक भारत ने 41 रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने का अनुरोध किया और 32 रेड कॉर्नर नोटिस जारी किए गए।
भारत के दौरे पर आए इंटरपोल के महासचिव जुर्गेन स्टॉक ने शुक्रवार को केंद्रीय गृह सचिव एक. के. भल्ला से मुलाकात की। माना जा रहा है कि इस दौरान आतंकवाद फैलाने के आरोपी जाकिर नाइक सहित अन्य के खिलाफ लंबित रेड कॉर्नर नोटिस पर कार्रवाई करने पर जोर दिया गया।
अधिकारियों ने बताया कि भल्ला ने स्टॉक के साथ हुई 30 मिनट की बैठक में भारतीय कानून से बच रहे भगोड़ों के खिलाफ लंबित रेड कॉर्नर नोटिस पर कार्रवाई करने की जरूरत पर जोर दिया। रेड कॉर्नर नोटिस एक तरह से भगोड़ों के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय गिरफ्तारी वारंट है जिसमें इंटरपोल सदस्य देशों से आरोपी को गिरफ्तार या हिरासत में लेने का अनुरोध किया जाता है।
वर्ष 2016,2017 और 2018 के दौरान केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई)ने इंटरपोल को क्रमश: 91,94 और 124 रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने का अनुरोध किया। वहीं इंटरपोल ने क्रमश: 87,84 और 76 नोटिस जारी किए। इस साल 14 जून तक भारत ने 41 रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने का अनुरोध किया और 32 रेड कॉर्नर नोटिस जारी किए गए।
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि जिन लोगों के खिलाफ इंटरपोल को रेड कॉर्नर नोटिस जारी करना है उनमें विवादित धर्म उपदेशक जाकिर नाइक शामिल है। नाइक पर आतंकवादी हमलों को अंजाम देने वाले युवकों को कट्टरपंथी बनाने का आरोप है। अभी वह मलेशिया में रह रहा है।
अधिकारी ने बताया, ‘‘ उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2016,2017,2018 और एक अप्रैल 2019 तक भारतीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों के अनुरोध पर जारी रेड कॉर्नर नोटिस के आधार पर 27 अरोपियों को विदेश से भारत प्रत्यार्पित किया गया।