कोविड-19 मरीजों को घरों में पृथक-वास में भेजने के बजाय अस्पताल में भर्ती किया जाए: तमिलनाडु सरकार
By भाषा | Published: July 30, 2021 09:44 PM2021-07-30T21:44:27+5:302021-07-30T21:44:27+5:30
चेन्नई, 30 जुलाई तमिलनाडु में कोविड-19 के मामलों में इजाफे की वजह चिह्नित करने के लिए राज्य सरकार ने संबंधित अधिकारियों एवं डॉक्टरों को इस संक्रमण के मरीजों को घर में पृथक-वास में भेजने के बजाय अस्पतालों में भर्ती करवाने की सलाह दी।
मेडिकल एवं परिवार कल्याण मंत्री मा सुब्रमण्यम ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग ने भी नये मामलों में वृद्धि के सटीक कारणों की पहचान के लिए कदम उठाए हैं।
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘ 28 जुलाई को राज्य में 1756 नये मामले आये और कल ही ये बढ़कर 1859 हो गये... यानी नयों मामलों में 103 की वृद्धि हुई।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ राज्य में एक महीने से अधिक समय से नये मामलों में गिरावट का रूख नजर आ रहा था लेकिन यह पहली बार है कि इनमें वृद्धि हुई है। ’’
मंत्री ने कहा कि चेन्नई, कन्याकुमारी, कोयंबटूर, इरोड और कुड्डालोर जैसे जिलों में नये मामलों में इजाफा देखा गया है। उन्होंने कहा, ‘‘ मुख्यमंत्री (एम के स्टालिन) ने संक्रमण में बढ़ोत्तरी के कारणों के बारे में पूछा ... हम मुद्दे पर चर्चा कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ हमने संबंधित अधिकारियों एवं अस्पतालों को उन मरीजों को घर में पृथक-वास में भेजने के बजाय भर्ती करवाने की सलाह दी, जो संक्रमित पाये गये हैं । हमने उनके संपर्कों की निगरानी की भी सलाह दी है। ’’
सुब्रमण्यम का मानना था कि केरल में नये मामलों में वृद्धि का एक संभावित कारण मरीजों द्वारा अस्पताल में भर्ती के बजाय घर में पृथक-वास को वरीयता देना हो सकता है। साथ ही उन्होंने लोगों द्वारा मास्क नहीं पहनने व सामाजिक दूरी के मानदंडों पर अमल में लापरवाही जैसे कारणों को भी जिम्मेदार ठहराया।
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