इरफान खान की फिल्म 'हिंदी मीडियम' देखकर आया आइडिया, बेटे के एडमिशन के लिए शख्स बना गरीब
By भारती द्विवेदी | Published: April 8, 2018 11:32 PM2018-04-08T23:32:10+5:302018-04-08T23:32:10+5:30
पुलिस के मुताबिक आरोपी गौरव होलसेल का भी बिजनेस है। साथ ही वो अब तक 20 देशों की यात्रा कर चुका है।
नई दिल्ली, 8 अप्रैल: दिल्ली पुलिस ने गौरव गोयल नाम के एक शख्स को फर्जीवाड़ा के आरोप में गिरफ्तार किया है। गौरव पर आरोप है कि अमीर होने के बावजूद भी उसने अपने बेटा का स्कूल में एडमिशन कराने के खुद को गरीब बताया है और इसके लिए गलत दस्तावोजों का सहारा लिया है। दरअसल गौरव ने इकनोमिकल वीकर सेक्शन (ईडब्ल्यूएस) कोटे के तहत अपने बेटे का दाखिला साल 2013 में संस्कृति स्कूल में कराया था। जब स्कूल को इस बात का पता चला तो उन्होंने तुरंत ही पुलिस को इस बात की जानकारी दी। जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने गौरव को जवाहर कॉलोनी स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया है। वहीं स्कूल ने उसके बेटे को स्कूल से निष्कासित कर दिया है। चाणक्यापुरी थाने में गौरव के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है।
स्कूल में दिए गए दस्तावेजों के मुताबिक गौरव ने अपना पता संजय कैंप बताया है, जो कि चाणक्यपुरी के पास एक स्लम एरिया है। फर्जी वोटर कार्ड और बर्थ सर्टिफिकेट देने के साथ ही गौरव ने अपनी सालाना आय 67 हजार रुपये बताई। अपने काम के बारे में गौरव ने स्कूल को बताया कि वह एक एमआरआई सेंटर में काम करता है। जबकि वो एक लैब का मालिक है। स्कूल को इस फर्जीवाड़े के बारे तब पता चला जब गौरव ने अपने दूसरे बेटे का भी दाखिला गलत तरीके से कराने की कोशिश की।
बता दें कि ईडब्लूएस कैटेगरी के लिए शिक्षा निदेशालय ड्रॉ करता है। ड्रॉ में चुने गए बच्चों की लिस्ट फिर स्कूल को भेजी जाती है। ईडब्लूएस कोटे के तहत इस कैटेगरी में अप्लाई करने वाले मां-बाप की कमाई सालाना एक लाख से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।