तिहाड़ जेल में सत्येंद्र जैन को 'विशेष सेवाएं' देने के लिए कैदियों पर बनाया गया था दबाव, जांच पैनल की रिपोर्ट में कई खुलासे
By अनिल शर्मा | Published: December 2, 2022 10:46 AM2022-12-02T10:46:41+5:302022-12-02T10:48:46+5:30
इस रिपोर्ट में यह भी खुलासा हुआ है कि जैन के परिवारवाले जेल में उनसे वैसे प्रतिबंधित क्षेत्र में जाकर मुलाकात की जहां नियमों के मुताबिक नहीं जाया जा सकता।
नई दिल्लीः दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन का तिहाड़ जेल से आए वीडियो को लेकर एक रिपोर्ट में चौंकानेवाला खुलासा हुआ है। दिल्ली के उप-राज्यपाल वी.के. सक्सेना द्वारा गठित एक जांच पैनल की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन को 'विशेष सेवाएं' देने के लिए जेल प्रशासन ने 5 कैदियों पर दबाव बनाया था।
एबीपी न्यूज ने दावा किया है कि जांच कमेटी की रिपोर्ट उसके हाथ लगी है। जांच पैनल में तीन सदस्य शामिल किए गए थे जिनमें दिल्ली के प्रिंसिपल सेक्रेटेरी होम, प्रिंसिपल सेक्रेटरी लॉ और सेक्रेटरी विजिलेंस थे। इस रिपोर्ट में यह भी खुलासा हुआ है कि जैन के परिवारवाले जेल में उनसे वैसे प्रतिबंधित क्षेत्र में जाकर मुलाकात की जहां नियमों के मुताबिक नहीं जाया जा सकता। रिपोर्ट में तिहाड़ जेल के तत्कालीन डीजी और जेल सुप्रिटेंडेंट पर सवाल खड़े किए गए हैं और कहा गया है कि बिना उनके सहयोग से ऐसी मुलाकातें संभव नहीं थीं।
पिछले दिनों सत्येंद्र जैन को जेल में विशेष सुविधाएं देने संबंधी तमाम वीडियो वायरल हुए जिसमें वह एक शख्स (जिसे कैदी बताया गया) से मसाज कराते नजर आए थे। यही नहीं एक वीडियो में उनको बाहर का खाना खाते दिखे। एक अन्य वीडियो में दो शख्स उनके सेल की सफाई और बिस्तर को ठीक करते नजर आए थे। इन तमाम वीडियो को लेकर भाजपा आम आदमी पार्टी पर हमलावर रही। और एमसीडी चुनाव में इसको मुद्दा बना रही है। वहीं आम आदमी पार्टी ने कहा कि जैन में मसाज करता शख्स फिजियोथेरेपिस्ट था लेकिन भाजपा ने उसे रेपिस्ट बताया।
रिपोर्ट में कहा गया है कि सत्येंद्र जैन सह आरोपियों से अक्सर मुलाकात करते थे। यह सब नियमों को ताख पर रखकर किया जाता था। इन सह-आरोपियों में वैभव जैन और अंकुश जैन के अलावा संजय गुप्ता और रमन भूरारिया शामिल हैं। गौरतलब है कि गुप्ता और भूरारिया प्रवर्तन निदेशालय की ओर से दायर अन्य मामलों में आरोपी हैं।