एक माह से वेतन नहीं, लगातार लंबी ड्यूटी, बिना कारण तबादला?, इंदौर में पुलिस आरक्षक ने थाने के भीतर किया आत्महत्या का प्रयास
By मुकेश मिश्रा | Updated: August 23, 2025 13:49 IST2025-08-23T13:48:16+5:302025-08-23T13:49:21+5:30
Indore: परिजनों का कहना है कि संतोष दो छोटे बच्चों के पिता हैं और लंबे समय से घर के खर्च पूरे करने में बेहद परेशान चल रहे थे।

सांकेतिक फोटो
Indore: इंदौर के कनाडिया थाने में शनिवार दोपहर उस समय हड़कंप मच गया, जब पुलिस आरक्षक संतोष चौहान (35) निवासी विजय नगर ने जहरीला पदार्थ पीकर आत्महत्या का प्रयास किया। थाने के भीतर अचानक बिगड़ी उनकी हालत देखकर सहकर्मी तुरंत उन्हें स्थानीय अस्पताल ले गए, आरक्षक की स्थिति गंभीर है। आरक्षक की पत्नी ने आरोप लगाया है कि उनके पति पिछले एक माह से वेतन न मिलने और एमआईजी थाने से कनाडिया थाने में किए गए बिना कारण तबादले को लेकर काफी तनाव में थे। आर्थिक संकट और मानसिक दबाव की वजह से ही उन्होंने यह दर्दनाक कदम उठाया।
परिजनों का कहना है कि संतोष दो छोटे बच्चों के पिता हैं और लंबे समय से घर के खर्च पूरे करने में बेहद परेशान चल रहे थे। वहीं उनके साथियों ने भी पुष्टि की कि संतोष तनावग्रस्त रहते थे और पारिवारिक जिम्मेदारियों के चलते चिंतित दिखाई देते थे। घटना की जानकारी मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अफसर थाने पहुंचे और पूरी स्थिति का जायजा लिया।
पुलिस विभाग ने मामले की जांच के आदेश जारी कर दिए हैं और आश्वासन दिया है कि आरक्षक के इलाज व परिवार की मदद के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे। यह हादसा एक बार फिर पुलिस व्यवस्था में कार्यरत जवानों के सामने आने वाले भारी तनाव और दिक्कतों की ओर इशारा करता है। लगातार लंबी ड्यूटी, समय पर वेतन न मिलना और अनचाहे तबादले जैसी समस्याएं जवानों के लिए गंभीर मानसिक दबाव का कारण बन रही हैं, जिन पर अब ठोस कदम उठाने की जरूरत है।