भारत का रुख नया नहीं है, पहले भी अनुपस्थित रहा : विदेश मंत्रालय ने यूएनएचआरसी में अनुपस्थिति पर कहा

By भाषा | Updated: June 3, 2021 19:34 IST2021-06-03T19:34:24+5:302021-06-03T19:34:24+5:30

India's stand is not new, has been absent in the past: External Affairs Ministry on absence at UNHRC | भारत का रुख नया नहीं है, पहले भी अनुपस्थित रहा : विदेश मंत्रालय ने यूएनएचआरसी में अनुपस्थिति पर कहा

भारत का रुख नया नहीं है, पहले भी अनुपस्थित रहा : विदेश मंत्रालय ने यूएनएचआरसी में अनुपस्थिति पर कहा

नयी दिल्ली, 3 जून विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि गाजा हिंसा जांच पर प्रस्ताव पर मतदान के दौरान संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग (यूएनएचआरसी) में भारत के अनुपस्थित रहने का रुख नया नहीं है और पहले भी वह अनुपस्थित रहा है ।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने डिजिटल माध्यम से साप्ताहिक प्रेस वार्ता में यह बात कही । उनसे फलस्तीन के विदेश मंत्री रियाद माल्की द्वारा गाजा हिंसा पर संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग में मतदान के दौरान भारत की अनुपस्थिति को लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिखे जाने के संबंध में पूछा गया था ।

बागची ने कहा कि फलस्तीन ने उन सभी देशों को ऐसा ही पत्र लिखा है जो इस मामले में अनुपस्थित रहे ।

उन्होंने कहा, ‘‘ फलस्तीन ने उन सभी देशों को ऐसा ही पत्र लिखा है जो इस मामले में अनुपस्थित रहे । हमने जो रुख अख्तियार किया, वह नया नहीं है । हम पहले भी अनुपस्थित रहे । मैं समझता हूं कि यह हमारे रुख को स्पष्ट करता है और इस बारे में सवालों का जवाब भी है।

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Web Title: India's stand is not new, has been absent in the past: External Affairs Ministry on absence at UNHRC

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