भारतीय सेना को मिली नई अमेरिकी राइफलें, कश्मीर घाटी में आतंकियों के खिलाफ लड़ाई को मिलेगी मजबूती
By अभिषेक पाण्डेय | Updated: December 11, 2019 10:04 IST2019-12-11T10:04:35+5:302019-12-11T10:04:35+5:30
American assault rifles: जम्मू कश्मीर में आतंकवाद विरोध अभियान में लगी भारतीय सेना को नई अमेरिकी असॉल्ट राइफलों को मिलने से मिलेगी मजबूती

भारतीय सेना को मिली नई अमेरिकी असॉल्ट राइफलों की पहली खेप
जम्मू कश्मीर में आंतकवादियों के खिलाफ लड़ाई और लाइन ऑफ कंट्रोल पर पाकिस्तानी सेना के खिलाफ मुकाबले के लिए भारतीय सेना को एक नया मारक हथियार मिला है। भारतीय सेना ने अमेरिकी एसआईजी सेउर (Sig Sauer) असॉल्ट राइफलों का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है।
साथ ही भारतीय सेना को इन स्नाइपर राइफलों के लिए गोलाबारूद मिलना भी शुरू हो गया है। वेंडर्स को 21 लाख राउंड्स गोलाबारूद के ऑर्डर दिए गए थे।
एएनआई के मुताबिक, भारतीय सेना ने कहा, Sig 716 राइफलों की पहली खेप भारत आ चुकी है और उसे उत्तरी कमांड को भेज दिया गया है।
नई राइफलों से मिलेगा कश्मीर आतंकवाद विरोधी अभियान को बल
उत्तरी कमांड जम्मू कश्मीर में चलाए जा रहे आंतकवाद विरोधी ऑपरेशन संभालती है और साथ ही पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में प्रशिक्षित आतंकवादियों की घुसपैठ भी रोकती है।
इन राइफलों को शामिल किए जाने के पाकिस्तान और पीओके से आने वाले आंतकियों के खिलाफ भारतीय सेना के ऑपरेशन और प्रभावशाली बनेगा।
भारत ने अमेरिका से 72 हजार राइफलों के लिए किया है 700 करोड़ का करार
भारत ने सेना को 72400 नई राइफल देने के लिए 700 करोड़ रुपये से ज्यादा का करार किया था। इन राइफलों की सप्लाई अमेरिकी हथियार निर्माता सिग सेउर (Sig Sauer) द्वारा किया जा रहा है। इन राइफलों का निर्माण अमेरिकी में किया जाएगा और एक साल के अंदर उनकी सप्लाई कर दी जाएगी क्योंकि नई राइफलों को फास्ट-ट्रैक प्रोक्योरमेंट (FTP) के तहत तैयार किया जा रहा है।
इन राइफलों में ज्यादातर (6600) भारतीय सेना के लिए हैं, जबकि बाकी की राइफलों को भारतीय नेवी (2000) और इंडियन एयर फोर्स (4000) के बीच बांटा जाएगा।
एसआईजी सेउर (Sig Sauer) SiG717 (7.62x51) मिमी राइफलें भारत-निर्मित (5.56x45) इनसास राइफलों की जगह लेंगी।
साथ ही भारतीय सेना को भारत और रूस के संयुक्त उपक्रम से बनाई जा रही 7 लाख AK-203 असॉल्ट राइफलों के मिलने से भी मजबूती मिलेगी।