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आर्टिकल 370ः कुलगाम से श्रीनगर हवाई अड्डे के सभी रास्ते बंद कर दिए, कर्फ्यू पास के रूप में हवाई टिकट की अनुमति

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: August 7, 2019 17:28 IST

सोशल मीडिया पर शाह फैसल लगातार पोस्ट कर रहे हैं। आईएएस अधिकारी रहे और जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट (जेकेपीएम) के अध्यक्ष शाह फैसल ने कहा है कि आर्टिकल 370 हटाने के फैसले के अलावा पूर्ण राज्य का दर्जा छीने जाने से आम लोग में सबसे ज्यादा निराशा है। 

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ठळक मुद्देशाह फैसल ने ये भी बताया है कि उमर अबदुल्ला, महबूबा मुफ्ती, सज्जाद लोन जैसे नेताओं के पास पहुंचना मुमकिन नहीं है।मैंने सिर्फ एक दोस्त से सुना है, जिसने कुलगाम से श्रीनगर हवाई अड्डे पर अपने परिवार को छोड़ने के लिए सभी रास्ते बंद कर दिए।

आर्टिकल 370 पर जम्मू-कश्मीर में हंगामा जारी है। अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के मामले पर पूर्व आईएएस अधिकारी और जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट (जेकेपीएम) के अध्यक्ष शाह फैसल का कहना है कि कश्मीर में खौफ फैला हुआ है। उनका कहना है कि सबका दिल टूट रहा है। हर चेहरे पर हार का भाव दिखाई दे रहा है। इतिहास ने हम सभी के लिए एक भयावह मोड़ ले लिया है। लोग स्तब्ध हैं।

सोशल मीडिया पर शाह फैसल लगातार पोस्ट कर रहे हैं। आईएएस अधिकारी रहे और जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट (जेकेपीएम) के अध्यक्ष शाह फैसल ने कहा है कि आर्टिकल 370 हटाने के फैसले के अलावा पूर्ण राज्य का दर्जा छीने जाने से आम लोग में सबसे ज्यादा निराशा है। 

शाह फैसल ने ये भी बताया है कि उमर अबदुल्ला, महबूबा मुफ्ती, सज्जाद लोन जैसे नेताओं के पास पहुंचना मुमकिन नहीं है और मौजूदा हालात में उनके पास कोई संदेश भी भेजना मुश्किल है। शाह फैसल ने एक फेसबुक पोस्ट के जरिए ये बातें कही हैं। उन्होंने कहा कि इसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी जाएगी।

 

मैंने सिर्फ एक दोस्त से सुना है, जिसने कुलगाम से श्रीनगर हवाई अड्डे पर अपने परिवार को छोड़ने के लिए सभी रास्ते बंद कर दिए। उन्होंने कहा कि कर्फ्यू पास के रूप में हवाई टिकट की अनुमति दी जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग के पूरे खंड पर आज कोई हिंसक घटना नहीं हुई है और कड़े प्रतिबंध हैं। जो लोग कश्मीर में परिवार की यात्रा करना चाहते हैं, उन्हें श्रीनगर में एक टैक्सी मिल सकती है।

शाह फैसल ने फेसबुक पोस्ट में लिखा, 'कश्मीर इस समय एक अभूतपूर्व बंद अनुभव कर रहा है। जीरो ब्रिज से एयरपोर्ट तक कुछ गाड़ियां देखी जा सकती हैं। मरीजों को या फिर कर्फ्यू पास लिए लोगों को छोड़ दें तो दूसरी जगहें पूरी तरह पहुंच से बाहर हैं। दूसरे राज्यों में कर्फ्यू और भी कड़ा है। आप कह सकते हैं कि सभी 80 लाख लोगों की जनसंख्या कुछ इस तरह बंधन में रखा गया है जैसा पहले कभी नहीं हुआ था।'

'खाने की अभी कमी नहीं, केबल बंद'शाह फैसल ने अपने फेसबुक पोस्ट में बताया है कि अभी जम्मू-कश्मीर में खाने या जरूरी चीजों की कमी जैसे कोई हालात नहीं हैं। शाह फैसल के अनुसार, 'प्रशासन में मेरे सूत्रों ने बताया है कि सैटेलाइट फोन जो अधिकारियों को दिये गये हैं, उसकी जरूरी चीजों की सप्लाई में मदद ली जा रही है। संचार का दूसरा कोई जरिया मौजूद नहीं है।' 

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