अमेरिका ने भारत को एकीकृत वायु रक्षा हथियार प्रणाली बेचने को मंजूरी दे दी है। इससे भारत को अपने सशस्त्र बलों को आधुनिक बनाने के साथ ही वर्तमान वायु रक्षा ढांचे को विस्तारित करने में मदद मिलेगी। डिफेंस सिक्योरिटी कोऑपरेशन एजेंसी ने सोमवार को बताया कि ट्रंप प्रशासन ने अमेरिकी संसद को सूचित किया है कि वह भारत को एकीकृत वायु रक्षा हथियार प्रणाली (आईएडीडब्ल्यूएस) बेचने के लिए दृढ़ संकल्पित है।विदेश विभाग ने संसद को सूचित किया कि इस पूरी प्रणाली की कीमत करीब 1.867 अरब अमेरिकी डॉलर होगी। संसद को दी गई सूचना के अनुसार, भारत ने अमेरिका से कहा था कि वह आईएडीडब्ल्यूएस खरीदना चाहता है। भारत ने अन्य कई तरह की राइफलें, गोलियां और अन्य रक्षा उपकरणों की खरीदने की इच्छा जतायी है।भारत ने पांच एएन/एमपीक्यू-64एफआई सेंटीनल राडार प्रणाली, 118 एएमआरएएएम एआईएम-120सी-7/सी-8 मिसाइलें, तीन एएमआरएएएम गाइडेंस सेक्शन, चार एएमआरएएएम कंट्रोल सेक्शन और 134 स्ट्रिंगर एफआईएम-92एल मिसाइलें खरीदने की इच्छा जतायी है।
अमेरिका ने भारत को दी वायु रक्षा हथियार प्रणाली बेचने को मंजूरी, सशस्त्र बलों को आधुनिक बनाने में मिलेगी मदद
By भाषा | Updated: February 11, 2020 06:12 IST
भारत ने पांच एएन/एमपीक्यू-64एफआई सेंटीनल राडार प्रणाली, 118 एएमआरएएएम एआईएम-120सी-7/सी-8 मिसाइलें, तीन एएमआरएएएम गाइडेंस सेक्शन, चार एएमआरएएएम कंट्रोल सेक्शन और 134 स्ट्रिंगर एफआईएम-92एल मिसाइलें खरीदने की इच्छा जतायी है।
Open in Appअमेरिका ने भारत को दी वायु रक्षा हथियार प्रणाली बेचने को मंजूरी, सशस्त्र बलों को आधुनिक बनाने में मिलेगी मदद
ठळक मुद्देविदेश विभाग ने संसद को सूचित किया कि इस पूरी प्रणाली की कीमत करीब 1.867 अरब अमेरिकी डॉलर होगी। भारत ने कई तरह की राइफलें, गोलियां और अन्य रक्षा उपकरणों की खरीदने की इच्छा जतायी है।