भारत-पाकिस्तान के बीच DGMO स्तर की बातचीत, पाक ने लगाए आरोप तो मिला करारा जवाब
By कोमल बड़ोदेकर | Updated: April 27, 2018 22:44 IST2018-04-27T22:39:30+5:302018-04-27T22:44:04+5:30
भारत और पाकिस्तान के बीच शुक्रवार को सैन्य संचालन महानिदेशक (Director General of Military Operations) स्तर पर अनिर्धारित बातचीत हुई। दोनों ही देशों के बीच यह बातचीत 'हॉट लाइन' पर हुई।

भारत-पाकिस्तान के बीच DGMO स्तर की बातचीत, पाक ने लगाए आरोप तो मिला करारा जवाब
नई दिल्ली, 27 मार्च। भारत और पाकिस्तान के बीच शुक्रवार को सैन्य संचालन महानिदेशक (Director General of Military Operations) स्तर पर अनिर्धारित बातचीत हुई। दोनों ही देशों के बीच यह बातचीत 'हॉट लाइन' पर हुई। इस दौरान पाकिस्तान के डीजीएमओ (DGMO) ने भारतीय सेना की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि उसने बिना उकसावे के फायरिंग की है। जिसमें उसमें खासा नुकसान हुआ है।
वहीं पाकिस्तान के इन आरोपों का खंडन करते हुए भारत के डीजीएमओ ने पाकिस्तान को दो टूक कहा कि भारतीय सेना की ओर से की फायरिंग जवाबी फायरिंग थी जो पाकिस्तान की ओर से लाइन ऑफ कंट्रोल पर भारतीय जवानों को उकसाने के लिए की गई फायरिंग थी।
India's & Pakistan's Director General of Military Operations had an unscheduled 'hot line' interaction with each other. In the conversation, Pakistan's DGMO alleged that Indian security forces had resorted to unprovoked firing & calibre escalation along the line of control: Army
— ANI (@ANI) April 27, 2018
इतना ही नहीं इसके बाद भारतीय डीजीएमओ ने कहा कि भारतीय सेना उस फायरिंग का जवाब दे रही थी जो पाकिस्तान आर्मी द्वारा समर्थित आतंकवादियों की ओर से की जा रही फायरिंग थी।
To which, Indian Army DGMO said that retaliatory firing by Indian troops has only been carried out in response to unabated support given by Pakistan army to armed terrorists.
— ANI (@ANI) April 27, 2018
बता दें कि इससे पहले भारत-पाक सीमा पर बढ़ रहे तनाव को कम करने के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच डीजीएमओ (सैन्य आपरेशन, महानिदेशक) स्तर की बात चीत की संभावना जताई जा रही थी। नियंत्रण रेखा और कामकाजी सीमा पर ताजा विश्वास बहाली उपायों के जरिये तनाव कम करने के लिए पाकिस्तान डीजीएमओ स्तर की बातचीत के प्रस्ताव पर बीते कई दिनों से विचार कर रहा था।