चक्रवाती तूफान 'क्यार' से महाराष्ट्र और कर्नाटक में अलर्ट, अगले 24 घंटे साबित होंगे बेहद अहम
By भाषा | Published: October 26, 2019 05:55 PM2019-10-26T17:55:14+5:302019-10-26T17:57:06+5:30
अरब सागर में शुक्रवार की शुरुआत में एक गहरा विक्षोभ तेज होकर चक्रवात में बदल गया। अगले 12 घंटों के दौरान क्यार एक शक्तिशाली चक्रवात में बदल सकता है, जबकि अगले 24 घंटों के दौरान इसके अत्यधिक शक्तिशाली चक्रवाती तूफान में तब्दील होने का अनुमान है।
मौसम विभाग के अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि चक्रवातीय तूफान 'क्यार' के चलते अगले 12 घंटों में महाराष्ट्र के तटीय जिलों रत्नागिरि और सिंधुदुर्ग में बेहद भारी बारिश हो सकती है और साथ ही तेज हवाएं भी चल सकती हैं।
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के मुंबई केंद्र द्वारा आज दोपहर को यह चेतावनी जारी की गई है। साथ ही कर्नाटक में भी कुछ हिस्सों में बारिश और तेज हवाएं चलने का अलर्ट है।
अरब सागर में शुक्रवार की शुरुआत में एक गहरा विक्षोभ तेज होकर चक्रवात में बदल गया। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि अगले 12 घंटों के दौरान क्यार एक शक्तिशाली चक्रवात में बदल सकता है, जबकि अगले 24 घंटों के दौरान इसके अत्यधिक शक्तिशाली चक्रवाती तूफान में तब्दील होने का अनुमान है।
मौसम विभाग का अनुमान है कि इसके बाद चक्रवाती तूफान ओमान तट की ओर बढ़ेगा। इसके चलते सिंधुदुर्ग जिले में 'बेहद भारी बारिश' के लिए लाल चेतावनी जारी की गई है। इसका मतलब है कि यहां अगले 24 घंटे में 204.5 मिमी बारिश हो सकती है।
जिला मत्स्य अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि 1411 नौकाएं समुद्र में गई थीं, जिनमें से 1,378 वापस लौट आईँ जबकि शेष 33 नौकाओं को सुरक्षित समुद्र किनारे लाने के प्रयास जारी हैं। इससे एक दिन पहले मौसम विभाग के मुंबई केन्द्र ने कहा कि अरब सागर में गहरे विक्षोभ के चलते चक्रवाती तूफान क्यार तेज हो गया है।
ओडिशा में बारिश में मृतकों की संख्या हुई छह
इसे बीच ओडिशा में भारी बारिश के कारण अलग-अलग जिलों में तीन और लोगों की मौत के साथ मृतकों की संख्या छह हो गयी है। बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनने के कारण 23 अक्टूबर से राज्य में भारी बारिश हो रही है। बारिश के कारण लोगों की मौत के साथ ही संपत्ति और फसलों को भी व्यापक नुकसान पहुंचा है।
जलजमाव होने और निचले क्षेत्र में बाढ़ का पानी जमा होने से कई जिलों में जनजीवन बाधित है। गंजम जिले के बज्रगुमा गांव में घर की दीवार गिरने के कारण दस महीने के बच्चे की मौत हो गयी और अभिभावक घायल हो गए।
केंद्रपाड़ा जिले के औल इलाके में इसी तरह की घटना में 85 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गयी। मूसलाधार बारिश के कारण दीवार गिरने से मयूरभंज जिले के रासगोविंदरपुर इलाके में 50 वर्षीय महिला की मौत हो गयी। अधिकारियों ने बताया कि पुरी, बालासोर , क्योंझर जिलों में बृहस्पतिवार को तीन अन्य लोगों की मौत हो गयी थी।
राज्य के विशेष राहत आयुक्त पी के जेना ने जिला कलेक्टरों से नुकसान का आकलन करने को कहा है ताकि एसडीआरएफ के नियमों के मुताबिक प्रभावितों को राहत राशि का भुगतान किया जा सके।