India Lockdown: लॉकडाउन का सख्ती से पालन हो, सामाजिक, धार्मिक जमावड़ा या जुलूस ना निकलने दें और सोशल मीडिया पर नजर रखें
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 10, 2020 05:15 PM2020-04-10T17:15:49+5:302020-04-10T17:16:02+5:30
देश में 21 दिन का लॉकडाउन है। शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सभी राज्य के मुख्यमंत्री से बात करेंगे। सभी राज्य लॉकडाउन बढ़ाने के पक्ष में है। ओडिशा ने सबसे पहले इसे बढ़ा दिया है।
नई दिल्लीः देश में लॉकडाउन 14 अप्रैल तक है। केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने राज्यों से कहा कि इसको सख्ती से लागू किया जाए। देश में कोरोना वायरस के मामला बढ़ रहा है। अभी तक देश में 199 लोगों की मौत हो गई। कुल संक्रमित लोगों की संख्या 6412 है।
गृह मंत्रालय ने राज्यों से कहा से कहा कि लॉकडाउन का सख्ती से पालन सुनिश्चित करें, कोई सामाजिक, धार्मिक जमावड़ा या जुलूस ना निकलने दें। कोई आपत्तिजनक सामग्री प्रसारित न हो इसके लिए सोशल मीडिया पर कड़ी नजर रखें।
गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने कहा कि गृह मंत्रालय ने आज राज्य सरकारों को पत्र लिखते हुए कहा कि लॉकडाउन का इंफोर्समेंट सुचारू रूप से करें विशेषकर आने वाले त्योहारों को ध्यान में रखते हुए करें। कल गृह मंत्री ने सीमा सुरक्षा अधिकारियों के साथ भारत-पाकिस्तान और भारत-बांग्लादेश सीमाओं की सुरक्षा को लेकर समीक्षा बैठक की। उन्होंने आदेश दिया कि बॉर्डर पर सतर्कता और भी बढ़ा दी जाए खासकर उन क्षेत्रों में जहां फेंसिंग नहीं है, कोई भी क्रॉस बॉर्डर मूवमेंट नहीं होने दिया जाए है।
केंद्र सरकार ने आगामी उत्सवों के मद्देनजर शुक्रवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा कि वे 21 दिनों के लॉकडाउन का कड़ाई से अनुपालन करवाएं और किसी भी सामाजिक या धार्मिक जलसे एवं जुलूस की अनुमति नहीं दें।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्यों को दिए संदेश में यह भी कहा कि किसी आपत्तिजनक सामग्री के प्रसार को रोकने के लिए सोशल मीडिया पर उचित चौकसी रखी जानी चाहिए। आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक अप्रैल महीने में आने वाले उत्सवों के मद्देनजर गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को निर्देश दिया है कि वे कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लागू लॉकडाउन का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करें और किसी भी सामाजिक, धार्मिक जलसे या जुलूस की अनुमति नहीं दे। विज्ञप्ति के मुताबिक बृहस्पतिवार को शब-ए-बारात थी, आज गुड फ्राइडे है। बैसाखी, रंगोली बिहू, विशु, पोइला बैसाख, पुथांडू, महा विशुभा, संक्राति आदि भी अप्रैल में हैं।
Home Minister has held a review meeting over security at Indo-Pak and Indo-Bangladesh borders with the border security officials. He ordered to tighten security specially in the areas where there is no fencing¬ to allow any cross-border movement: Ministry of Home Affairs (MHA) https://t.co/po3KVdfz4l
— ANI (@ANI) April 10, 2020
लॉकडाउन पर गृह मंत्रालय ने राज्यों से सुझाव मांगे
गृह मंत्रालय ने देश में 21 दिनों के लॉकडाउन पर राज्य सरकारों के सुझाव मांगे हैं। अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि उनसे यह भी पूछा गया है कि क्या ज्यादा श्रेणी में लोगों और सेवाओं को बंद से छूट दी जा सकती है। इस तरह के संकेत हैं कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए बंद को दो हफ्ते और बढ़ाया जा सकता है। गृह मंत्रालय ने राज्य सरकारों और केंद्र शासित क्षेत्रों को भेजे गए पत्र में 24 मार्च को घोषित लॉकडाउन को कड़ाई से लागू करने के लिए उठाए गए कदमों से उन्हें अवगत कराया।
इसने उन्हें बंद के दायरे से बाहर रखे गए लोगों और सेवाओं के बारे में भी जानकारी दी । गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि मंत्रालय ने राज्य सरकारों और संघ शासित क्षेत्रों से कहा कि बंद के विभिन्न पहलुओं से उसे अवगत कराएं और यह भी बताएं कि क्या कुछ ज्यादा श्रेणी में लोगों ओर सेवाओं को प्रतिबंध से छूट दिए जाने की जरूरत है। बिहार सहित कुछ राज्यों ने गृह मंत्रालय को पत्र का जवाब दिया है। राज्य सरकारों के सुझावों में ग्रामीण क्षेत्रों में निर्माण से जुड़ी गतिविधियों को अनुमति देना भी शामिल है।
केंद्र सरकार ने बंद की घोषणा करते हुए कहा था कि आवश्यक सामग्रियों की दुकानों को छूट दी थी। इसमें ऑनलाइन प्लेटफॉर्म सहित स्वास्थ्य, साफ-सफाई, पुलिस, मीडिया और बैंक को भी लॉकडाउन से छूट दी गई है। गृह मंत्रालय ने राज्यों और केंद्रशासित क्षेत्रों से कहा था कि कृषि गतिविधियां भी बंद से प्रभावित नहीं होंगी।