भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर ने UNSC में पाकिस्तान को घेरा, कहा- उनका स्वागत हो रहा है जिनके हाथ मासूमों के खून से रंगे हैं
By दीप्ती कुमारी | Updated: August 20, 2021 11:09 IST2021-08-20T08:35:37+5:302021-08-20T11:09:53+5:30
यूएनएससी में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि आतंकवाद और कोविड दोनों के बारे में एक बात सच है कि हम में से कोई भी तब तक सुरक्षित नहीं है जब तक हम सभी सुरक्षित नहीं हैं।

फोटो सोर्स - सोशल मीडिया
दिल्ली : विदेश मंत्री (ईएएम) डॉ एस जयशंकर ने गुरुवार को कहा कि कोविड के बारे में जो बातें सही है, वही बात आतंकवाद पर भी लागू होती है । हम में से कोई भी तब तक सुरक्षित नहीं है जब तक हम सभी सुरक्षित नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि भारत मानता है कि आतंकवाद को किसी धर्म, राष्ट्रीयता, सभ्यता या जातीय समूह से नहीं जोड़ा जा सकता है और न ही होना चाहिए । मंत्री ने कहा, दुनिया को आतंकवाद की बुराई से कभी समझौता नहीं करना चाहिए । संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में आतंकवादी कृत्यों से अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को होने वाले खतरों पर उच्च स्तरीय ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए जयशंकर ने कहा कि आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों की निंदा की जानी चाहिए ।
पाकिस्तान आतंक को पनाह देता आय़ा है
जयशंकर ने कहा, "भारत में भी आतंक के कारण हमने कई चुनौतियों और इसे हुए नुकसान का सामना किया है । 2008 का मुंबई हमला, 2016 का पठानकोट एयरबेस हमला और 2019 में पुलवामा में हमारे पुलिसकर्मियों की आत्मघाती बमबारी। हमें इस बुराई से कभी समझौता नहीं करना चाहिए।" सीधे तौर पर पाकिस्तान का नाम न लेते हुए विदेश मंत्री तंज करते हुए कहा कि जब हम ऐसे लोगों का आतिथ्य होते देखते है, जिनके हाथ मासूमों के खून से रंगे होते हैं तो हमें उनकी दोहरी नीति पर बात करनी चाहिए ।
उन्होंने आगे कहा कि भारत के निकटतम पड़ोस में, आईएसआईएल-खोरासन (आईएसआईएल-के) अधिक ताकतवर हो गया है और लगातार अपनी शाखा का विस्तार करने की कोशिश कर रहा है ।
जयशंकर ने कहा, "हक्कानी नेटवर्क की बढ़ती गतिविधियां इस बढ़ती चिंता को सही ठहराती हैं। चाहे वह अफगानिस्तान हो या भारत, लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद माफी और प्रोत्साहन दोनों के साथ काम करना जारी रखते हैं।"
चीन को भी दो टूक
विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा, "अफगानिस्तान में होने वाली घटनाओं ने क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा दोनों के लिए उनके प्रभावों के बारे में वैश्विक चिंताओं को स्वाभाविक रूप से बढ़ा दिया है।" साथ ही विदेश मंत्री ने चीन पर तंज कसते हए कहा कि हम किसी भी तरह से आतंकवाद का बचाव नहीं कर सकते हैं । हमें इस बुराई को जड़ से उखाड़ फेंकना होगा । आपको बताते दें कि यूएनएसी की इस साल की अध्यक्षता भारत कर रहा है और इसके अध्यक्ष फिलहाल भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी है ।