भारत ने महामारी के बीच अतिसार एवं निमोनिया के विरूद्ध बच्चों टीकाकरण में बढ़त हासिल की
By भाषा | Updated: November 12, 2021 18:28 IST2021-11-12T18:28:16+5:302021-11-12T18:28:16+5:30

भारत ने महामारी के बीच अतिसार एवं निमोनिया के विरूद्ध बच्चों टीकाकरण में बढ़त हासिल की
नयी दिल्ली, 12 नवंबर भारत ने 2020 में कोविड-19 से उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद अतिसार एवं निमोनिया के विरूद्ध बच्चों में टीकाकरण में बड़ी बढ़त हासिल की है। जॉन्स हॉपकिंस स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के इंटरनेशनल वैक्सीन एक्सेस सेंटर (आईवीएसी) की नयी रिपोर्ट में यह बात कही गयी है।
शुक्रवार को विश्व निमोनिया दिवस पर जारी इस रिपोर्ट के अनुसार भारत में निमोनिया की मुख्य वजह से सुरक्षा प्रदान करने वाले टीके, न्यूमोकोकल कंजुगेट वैक्सीन, के कवरेज में छह फीसदी का इजाफा हुआ है। यह 2019 के 15 फीसद से बढ़कर 2020 में 21 फीसद हो गया।
अक्टूबर, 2021 में सार्वभौमिक टीकाकरण के तहत न्यूमोकोकल कंजुगेट टीके का राष्ट्रव्यापी विस्तार शुरू किया गया जिससे अब यह पूरे भारत में पहली बार सार्वभौमिक उपयोग के लिए उपलब्ध हो गया है।
रिपोर्ट के अनुसार विश्व में निमोनिया एवं अतिसार से पांच साल से कम उम्र के सबसे अधिक बच्चे भारत में मरते हैं , यहां हर साल करीब 2,33,240 मौतें होती हैं यानी रोजाना 640 बच्चों की इन बीमारियों से जान चली जाती है।
रिपोर्ट के अनुसार रोटावायरस टीके का कवरेज 2019 के 53 फीसद से बढ़कर 2020 में 82 फीसद हो गया यानी इस मोर्चे पर 23 फीसद की बढ़त हासिल हुई। यह टीका दुनियाभर में बच्चों को जानलेवा अतिसार से सुरक्षा प्रदान करता है।
रिपोर्ट के मुताबिक 2019 में भारत ने ‘100 दिनों का एजेंडा’ पूरा किया जो रोटावायरस टीके की राष्ट्रीय स्तर पर अप्रत्याशित वृद्धि है, इससे हर साल 2.6 करोड़ बच्चों को जानलेवा अतिसार से सुरक्षा में मदद मिलेगी।
वार्षिक निमोनिया एवं अतिसार प्रगति रिपोर्ट निमोनिया एवं अतिसार के विरूद्ध संघर्ष के रूख पर नजर रखती है । ये दोनों रोग दुनियाभर में अन्य संक्रामक रोगों से अधिक बच्चों की जान लेते हैं।
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