Independence Day 2024 Jammu Kashmir: पिछले करीब तीन महीनों से जम्मू कश्मीर में आतंकी हमलों में आई तेजी के कारण जो दहशत का माहौल है उसके चलते इस बार प्रदेश के दोनों राजधानी शहरों के अतिरिक्त अन्य जिलों में भी स्वतंत्रता दिवस चिंता का विषय बन गया है। हालांकि स्वतंत्रता दिवस पर किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए जम्मू कश्मीर में असाधारण सुरक्षा उपाय किए गए हैं। पर अभी भी लोगों में असुरक्षा की भावना है। सूत्र दावा करते हैं कि अधिकारियों ने समारोह की सुरक्षा और सुचारू संचालन सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।
अधिकारियों ने बताया कि श्रीनगर में मुख्य समारोह बख्शी स्टेडियम में आयोजित किया जाएगा, जहां उपराज्यपाल मनोज सिन्हास्वतंत्रता दिवस समारोह की अध्यक्षता करेंगे। उन्हें इस बार भी दहशत के बावजूद समारोह में हजारों लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। जम्मू में, उपराज्यपाल के सलाहकार आर आर भटनागर एम ए स्टेडियम में समारोह की देखरेख करेंगे।
सुरक्षा बलों ने अपनी सतर्कता बढ़ा दी है, खासकर श्रीनगर में, जहां कड़ी सुरक्षा व्यवस्था है। विभिन्न स्थानों पर, खासकर श्रीनगर-जम्मू और श्रीनगर-बारामुल्ला राजमार्गों जैसे प्रमुख मार्गों पर तलाशी अभियान बढ़ा दिए गए हैं। किसी भी संभावित खतरे की निगरानी और उसे बेअसर करने के लिए समारोह स्थलों पर और उसके आसपास सशस्त्र कर्मियों और अंडरकवर सुरक्षा अधिकारियों को तैनात किया गया है।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस को सुरक्षित और शांतिपूर्ण बनाने के लिए सुरक्षा व्यवस्था में सावधानीपूर्वक योजना बनाई गई है। उन्होंने कहा कि हमने सभी सुरक्षा प्रोटोकॉल को अंतिम रूप दे दिया है, और मुख्य स्थल, जहां मुख्य अतिथि सभा को संबोधित करेंगे, को पूरी तरह से साफ कर दिया गया है।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि श्रीनगर और जम्मू में आयोजन स्थलों के आसपास की ऊंची इमारतों पर पुलिस और अर्धसैनिक केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के शार्पशूटरों ने कब्जा कर लिया है, जो किसी भी संभावित सुरक्षा उल्लंघन को रोकने के लिए हाई अलर्ट पर हैं। बहुस्तरीय सुरक्षा दृष्टिकोण सुनिश्चित करने के लिए हवाई निगरानी इकाइयों के साथ-साथ जमीनी निगरानी दल तैनात किए गए हैं।
सुरक्षा अधिकारियों का कहना था कि कार्यक्रमों को सुरक्षित करने के लिए मानव और तकनीकी निगरानी का संयोजन किया गया है। वे कहते कि हम स्थिति पर बारीकी से नज़र रखने के लिए मानव खुफिया और उन्नत तकनीकी साधनों दोनों का उपयोग कर रहे हैं। इसी के चलते श्रीनगर और जम्मू से यात्रा करने वाले यात्रियों की कई चौकियों पर गहन तलाशी और पहचान सत्यापन किया जा रहा है।
जिससे सुरक्षा का एक और स्तर बढ़ गया है। श्रीनगर में, सुरक्षा बढ़ा दी गई है और शहर को विभिन्न सेक्टरों और क्षेत्रों में विभाजित किया गया है, जिनमें से प्रत्येक में पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बल तैनात हैं। तोड़फोड़ विरोधी टीमें आयोजन स्थल पर जांच कर रही हैं और आस-पास के इलाकों में तलाशी अभियान जारी है।
पुलिस अधिकारियों का दावा था कि चौबीसों घंटे गश्त जारी है और हमारी टीमें शहर और उसके बाहरी इलाकों में लोगों की आवाजाही पर नज़र रखने के लिए मानव और तकनीकी संसाधनों का इस्तेमाल कर रही हैं। सुरक्षा उपाय जम्मू और जम्मू-कश्मीर के अन्य जिला मुख्यालयों में भी लागू किए जा रहे हैं, जो शांतिपूर्ण स्वतंत्रता दिवस समारोह सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।