H3N2 Virus: एच3एन2 वायरस के बढ़ते मामलों ने देश का डराया! पुडुचेरी में 10 दिनों के लिए स्कूल रहेंगे बंद
By अंजली चौहान | Published: March 15, 2023 03:23 PM2023-03-15T15:23:18+5:302023-03-15T15:28:19+5:30
भारत में एच3एन2 इन्फ्लुएंजा के मामलों में अचानक से तेजी देखी जा रही है। इससे पहले पिछले हफ्ते स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में दो जनवरी से 5 मार्च के बीच एच3एन2 वायरस के 451 मामले दर्ज किए गए थे।
H3N2 Virus: देश में बदलते मौसम के साथ ही एच3एन2 वायरस ने अपनी दस्तक दे दी है। बढ़ते मामलों के बीच प्रशासन सचेत हो गया है। पुडुचेरी में कक्षा 1 से 8 तक के सभी स्कूल 16 मार्च से 10 दिनों तक बंद रहेंगे। पुडुचेरी के शिक्षा मंत्री ए.नमस्सिवम ने बुधवार को मीडिया से बात करते हुए कहा," एच3एन2 वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए पुडुचेरी में सभी स्कूलों को कल से अगले 10 दिनों तक बंद रखा जाएगा।"
गौरतलब है कि मौसमी इन्फ्लूएंजा के एच3एन2 के कारण बीमार पड़ने वाले बच्चों की रिपोर्ट सामने आने के बाद ये फैसला लिया गया है।
महाराष्ट्र में जो मौतें हुई हैं, उनकों कई बिमारी थी। उनके मौत का असली कारण रिपोर्ट में आएगी, जो 24 घंटों में आ जाएगी: H3N2 पर हुई मौतों पर महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत pic.twitter.com/50MWYVLzOF
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 15, 2023
तेजी से फैल रहा एच3एन2 वायरस
भारत में एच3एन2 इन्फ्लुएंजा के मामलों में अचानक से तेजी देखी जा रही है। इससे पहले पिछले हफ्ते स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में दो जनवरी से 5 मार्च के बीच एच3एन2 वायरस के 451 मामले दर्ज किए गए थे।
वहीं, महाराष्ट्र के अहमदनगर में 23 वर्षीय एक मेडिकल छात्र की एच3एन2 वायरस से मौत की पुष्टि की गई है। इससे पहले गुजरात और कर्नाटक में एक-एक व्यक्ति की मौत की सूचना मिली थी। भारत में अभ तक इस वायरस के कारण करीब 9 लोगों की मौत हो चुकी है।
एच3एन2 से बचने के लिए मास्क पहनना जरूरी
जानकारी के मुताबिक, एच3एन2 वायरस बच्चों और बुजुर्गों को अपनी चपेट में ले रहा है। ऐसे में बच्चों और बुजुर्गों को इससे काफी ज्यादा सावधान रहने की जरूर है। ऐसे में मास्क पहनना, सामाजिक दूरी का पालन करना और अन्य सभी नियम जो कोरोना महामारी के दौरान बनाए गए थे उनका पालन करना जरूरी है।
डॉक्टरों का कहना है कि जैसे-जैसे मौसम बदल रहा है ये वायरस तेजी से अपने पैर पसार रहा है। हालांकि, स्वास्थ्य विशेज्ञषों का कहना है कि एच3एन2 वायरस के मामले 95 फीसदी गंभीर नहीं है।