दिल्ली में बीते तीन महीने में 70 फीसदी नमूनों की जांच आरटी-पीसीआर पद्धति से की गई
By भाषा | Updated: August 9, 2021 17:02 IST2021-08-09T17:02:46+5:302021-08-09T17:02:46+5:30

दिल्ली में बीते तीन महीने में 70 फीसदी नमूनों की जांच आरटी-पीसीआर पद्धति से की गई
नयी दिल्ली, नौ अगस्त दिल्ली में पिछले तीन महीनों में कोरोना वायरस के संक्रमण का पता लगाने के लिए की गई कुल जांचों में से 70 फीसदी से अधिक जांच आरटी-पीसीआर पद्धति से की गई हैं। सरकारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली है।
दिल्ली में जुलाई में कोविड महामारी का पता लगाने के लिए 21.79 लाख नमूनों की जांच की गई जिनमें से 15.18 लाख नमूनों का परीक्षण ‘रियल टाइम पोलिमर चैन रिएक्शन टेस्ट’ (आरटी-पीसीआर) पद्धति से किया गया।
आंकड़ों के मुताबिक, जून में 21.88 लाख नमूनों की जांच की गई जिनमें से 71.42 फीसदी नमूनों की जांच आरटी-पीसीआर पद्धति से की गई। वहीं मई में 21.41 नमूनों का परीक्षण किया गया जिनमें से 75.17 नमूनों को आरटी-पीसीआर पद्धति से जांचा गया।
फरवरी, मार्च और अप्रैल में आरटी-पीसीआर पद्धति से क्रमश: 64.81 फीसदी., 64.29 फीसदी और 66.02 फीसदी नमूनों की जांच की गई। जनवरी में 20 लाख से अधिक नमूनों की जांच की गई हैं जिनमें से 11.78 लाख (57.65 प्रतिशत) नमूनों की जांच आरटी-पीसीआर पद्धति से की गई थी। कोरोना वायरस संक्रमण का पता लगाने के लिए आरटी-पीसीआर और रैपिड एंटीजन टेस्ट पद्धति से जांच की जाती है।
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