बिहार में पुलों की कराई जा रही जांच में अब तक 12 पुल पाए गए खतरनाक, कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा

By एस पी सिन्हा | Updated: July 21, 2024 16:02 IST2024-07-21T16:02:36+5:302024-07-21T16:02:36+5:30

पथ निर्माण विभाग को 250 राज्य उच्च पथ (एसएच) और वृहद जिला पथ (एमडीआर) पर स्थित करीब 800 पुलों की रिपोर्ट पथ निर्माण विभाग को मिल गई है। पथ निर्माण विभाग की तरफ से कराए जा रहे सर्वे में अब तक राज्य के 12 पुल खतरनाक पाए गए हैं।

In the investigation being conducted on bridges in Bihar, 12 bridges have been found dangerous so far, a major accident can happen anytime | बिहार में पुलों की कराई जा रही जांच में अब तक 12 पुल पाए गए खतरनाक, कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा

बिहार में पुलों की कराई जा रही जांच में अब तक 12 पुल पाए गए खतरनाक, कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा

पटना:बिहार में लगातार पुलों के ध्वस्त होने की घटना को लेकर सरकार की खूब किरकिरी हुई। जिसके बाद पथ निर्माण विभाग ने सभी पुलों का सर्वे करा रही है। सभी पुलों का हेल्थ कार्ड बनाया जा रहा है। इसी कड़ी में पथ निर्माण विभाग को 250 राज्य उच्च पथ (एसएच) और वृहद जिला पथ (एमडीआर) पर स्थित करीब 800 पुलों की रिपोर्ट पथ निर्माण विभाग को मिल गई है। पथ निर्माण विभाग की तरफ से कराए जा रहे सर्वे में अब तक राज्य के 12 पुल खतरनाक पाए गए हैं।

हालांकि, सभी पुलों के सर्वे का काम पूरा होने के बाद और भी खतरनाक पुलों की पहचान होने की उम्मीद है। इस बीच रिपोर्ट मिलने के बाद पथ निर्माण विभाग ने जर्जर पुलों की मरम्मत के लिए पहल शुरू कर दी है। अभी भी बिहार में करीब 12 ऐसे पुल हैं, जिस होकर गुजरना खतरनाक साबित हो सकता है। रिपोर्ट के अनुसार इन पुलों पर आवाजाही बंद होना चाहिए या फिर भारी वाहनों का परिचालन तत्काल रोक देना चाहिए। 

पुलों की सर्वे रिपोर्ट के अनुसार बड़ी संख्या में पुल ऐसे हैं, जिसके एक्सपेंशन ज्वाइंट में समस्या दिख रही है। बेयरिंग टूट रहे हैं और कई जगहों पर पुल की रेलिंग भी टूटी मिली है। एक-दो जगहों पर पुल के पाये में भी समस्या दिखी है। पुलों का सर्वे करने निकले इंजीनियरों की टीम ने पुल के सभी हिस्सों को देखा है। उसकी वीडियोग्राफी भी कराई गई है। कुछ पुलों के पाए में भी कुछ समस्या दिख रही है।

 जांच में जुटे इंजीनियरों का कहना है कि पुलों की स्थिति ऐसी नहीं है कि वह साल-दो साल में गिर जाएगा। मरम्मत कर और लोड को डाइवर्ट कर समस्या का समाधान किया जा सकता है। पथ निर्माण विभाग के अनुसार लगभग 900 पुलों की जांच की जानी है। बड़े पुल के अलावा छोटे पुलों का भी सर्वे किया जा रहा। जो छोटे पुल रोड मेंटेनेंस पॉलिसी से आच्छादित हैं, उनको भी इस सर्वे के क्रम में देखा जा रहा। अभी जिन पुलों के बारे में रिपोर्ट पथ निर्माण विभाग को मिली है, उनमें अधिकतर का निर्माण बिहार राज्य पुल निर्माण निगम द्वारा कराया गया है। अभी तक 12 पुलों की हालत बहुत ही जर्जर पाई गई है। तत्काल इनकी मरम्मती नहीं हुई तो कोई भी अनहोनी हो सकती है।

Web Title: In the investigation being conducted on bridges in Bihar, 12 bridges have been found dangerous so far, a major accident can happen anytime

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