केरल में प्रधानमंत्री मोदी ने एलडीएफ, यूडीएफ के ‘सात घातक पाप’ का जिक्र किया
By भाषा | Updated: April 2, 2021 18:59 IST2021-04-02T18:59:54+5:302021-04-02T18:59:54+5:30

केरल में प्रधानमंत्री मोदी ने एलडीएफ, यूडीएफ के ‘सात घातक पाप’ का जिक्र किया
कोनी (केरल), दो अप्रैल गुड फ्राइडे के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल में बाइबल का हवाला देते हुए सत्तारूढ़ माकपा नीत एलडीएफ और कांग्रेस नीत यूडीएफ को निशाना बनाया। उन्होंने कहा कि दोनों मोर्चा ने सत्ता के लिए लालच एवं लिप्सा सहित ‘सात घातक पाप’ किए हैं।
मोदी ने शुक्रवार को यहां एक चुनावी रैली में दोनों मोर्चा पर प्रहार करते हुए कहा, ‘‘आप सभी ने सात घातक पाप के बारे में सुना होगा। यूडीएफ और एलडीएफ ने केरल में सात घातक पाप किए हैं।’’ दोनों मोर्चा ने बारी-बारी से राज्य में कई वर्षों तक शासन किया है।
उन्होंने सोना, डॉलर और सौर मामलों का हवाला देते हुए कहा, ‘‘पहला पाप है घमंड। यूडीएफ और एलडीएफ को लगता है कि उन्हें कभी हराया नहीं जा सकता है। इससे उनके नेता काफी घमंडी हो गए हैं और अपनी जड़ों से कट गए हैं, जबकि उनका दूसरा पाप धन की लालच है।’’ इन मामलों से दोनों मोर्चा की छवि खराब हुई है।
मोदी ने दावा किया कि दोनों मोर्चा ईर्ष्यालु हैं और गलत काम करने के लिए उनके बीच होड़ मची हुई है।
प्रधानमंत्री ने यहां एक स्टेडियम में आयोजित रैली में कहा, ‘‘उनके बीच भ्रष्टाचार की प्रतियोगिता है। अगर एक मोर्चा दूसरे से ज्यादा पैसा बनाता है तो उन्हें ईर्ष्या होती है।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ता की लालच के कारण दोनों मोर्चा ने समाज के सांप्रदायिक, आपराधिक और दमनकारी तत्वों के साथ गठबंधन किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘तीन तलाक पर इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग का रूख क्या था? पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) की सामाजिक नीतियां क्या हैं? क्या उनकी पीछे की ओर धकेलने वाली राजनीति का समर्थन किया जा सकता है? नहीं।’’
मोदी ने कहा कि दोनों मोर्चा वंशवाद की राजनीति को बढ़ावा दे रहे हैं और बाकी मुद्दे गौण हैं।
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