2018 में देश में चली गई 1 करोड़ लोगों की नौकरी, बेरोजगारी दर पहुंची रिकॉर्ड स्तर पर: CMIE
By विकास कुमार | Published: January 7, 2019 11:39 AM2019-01-07T11:39:49+5:302019-01-07T11:43:55+5:30
CMIE की रिपोर्ट के मुताबिक 2018 में देश में 1 करोड़ नौकरियां लोगों की नौकरियां चली गईं. दिसंबर 2017 में देश में 40.79 करोड़ लोगों के पास रोजगार था जो दिसंबर 2018 में घटकर 39.07 करोड़ हो गया.
लोकसभा चुनाव से पहले मोदी सरकार के लिए सब कुछ अच्छा नहीं हो रहा है. सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनमी(CMIE) की ताजा रिपोर्ट में ये बात सामने आई है कि देश में बेरोजगारी दर लगातार बढ़ रही है. CMIE की रिपोर्ट के मुताबिक 2018 में देश में 1 करोड़ नौकरियां लोगों की नौकरियां चली गईं. दिसंबर 2017 में देश में 40.79 करोड़ लोगों के पास रोजगार था जो दिसंबर 2018 में घटकर 39.07 करोड़ हो गया.
इस रिपोर्ट के अनुसार 1 करोड़ लोगों की नौकरियां चली गईं. जिनकी नौकरियां गईं उनमें 80 प्रतिशत महिलाएं थी और 90 प्रतिशत लोग ग्रामीण भारत के थे. कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने भी इस रिपोर्ट का हवाला देते हुए बीजेपी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि मोदी सरकार ने 5 साल में 10 करोड़ नौकरियां देने का वादा किया था, लेकिन हकीकत है कि आज नौकरियां आ नहीं रही है लेकिन लोगों से पुरानी भी छिनती जा रही हैं.
मनीष तिवारी ने रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि देश में बेरोजगारी दर 7.4 प्रतिशत को पार कर चुकी है. जो कि पहले की तुलना में बहुत ज्यादा है. उनके अनुसार रोज कमाने खाने वालों और छोटे व्यापारियों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है.
मोदी सरकार रोजगार के मोर्चे पर अपना बचाव करने के लिए बार-बार मुद्रा लोन का हवाला देती है. सरकार के अनुसार अभी तक 13 करोड़ लोगों को 5.5 लाख करोड़ का मुद्रा लोन बांटा गया है. जिसके कारण रोजगार के नए अवसर पैदा हुए हैं. सरकार ने छोटे व्यापारियों से उनके कारोबार का आंकड़ा भी मांगा है ताकि विपक्ष के आरोपों को काउंटर किया जा सके.
मोदी सरकार में केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में कहा था कि देश में बेरोजगारी एक बड़ी समस्या है. उनके इस बयान के बाद सीएमआई का ये आंकड़ा उनकी चिंताओं को बल दे रहा है. लोकसभा चुनाव से पहले ये आंकड़े मोदी सरकार को चिं