नई दिल्ली, 12 सितंबर: बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक हुई है। इस बैठक में कई अहम फैसले लिए गए हैं। कैबिनेट की बैठक में किसानों को खास ध्यान रखा गया है। किसानों को ध्यान में रखते हुए नई अनाज खरीद नीति को मंजूरी दी गई है।
इसमें एक योजना, तिलहन कीमतों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से कम होने की स्थिति में तिलहन किसानों को उनके नुकसान की भरपाई करने पर केन्द्रित है और दूसरी योजना के तहत राज्य सरकारों को किसानों से उनकी उपज की खरीद में निजी क्षेत्र की कंपनियों को भी जोड़ने की छूट होगी। अगर किसानों को MSP से कम दाम मिलता है तो सरकार दाम की भरपाई करेगी।
इस साल बजट में सरकार ने घोषणा की थी कि वह किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य सुनिश्चित करने के लिए ‘फूलप्रूफ’ (चूकमुक्त) व्यवस्था बनाएगी। सरकार ने नीति आयोग से केंद्रीय कृषि मंत्रालय और राज्यों के साथ विचार विमर्श करके किसी प्रणाली के बारे में सुझाव देने को कहा था।
बैठक के बाद कैबिनट मंत्रियों ने मीडिया को संबोधित करते हुए बैठक में लिए गए फैसले को बताया। कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने बताया कि यूनियन कैबिनेट की बैठक में न्यू अम्ब्रैला स्कीम के तहत 'प्रधानमंत्री अन्नादाता आय संरक्षण अभियान (पीएम आशा) को मंजूरी मिल गई है।'
वहीं कृषि से जुड़े क्षेत्र में भारत और मिस्त्र के बीच एमओयू के बीच हस्ताक्षर हुए हैं।
वहीं केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने एथेनॉल की कीमतों पर हुए फैसले के बारे में बताया। एथेनॉल की कीमत को 25 फीसदी बढ़ाने को मंजूरी मिल गई है।
अब बी हेवी शीरे का दाम बढ़ाकर 52.43 रुपए लीटर तय किया गया है, जबकि सी-हेवी शीरे के दाम घटाकर 43.46 रुपए लीटर हो गया है। वहीं कैबिनट की बैठक में इस बात पर चर्चा हुई कि चीनी की जगह एथनॉल बनाने में फायदा है तो केवल एथनॉल बनाने वाली मिलों के लिए दाम 51.19 रुपए तय किए गए हैं।