करतारपुर कॉरिडोर के शिलान्यास में इमरान ने फिर छेड़ा कश्मीर राग, भारत ने किया करारा पलटवार

By भाषा | Published: November 29, 2018 04:00 AM2018-11-29T04:00:44+5:302018-11-29T04:00:44+5:30

इमरान ने समारोह में किए गये अपने संबोधन में एक बार भी आतंकवाद का उल्लेख नहीं किया। भारत सदा से ही यह कहता रहा है कि पाकिस्तान की तरफ से अंजाम दी जाने वाली आतंकवादी गतिविधियां उसके लिए चिंता का मुख्य विषय हैं।

Imran again wins Kashmir rage in Katharpur Corridor's Shilanyas | करतारपुर कॉरिडोर के शिलान्यास में इमरान ने फिर छेड़ा कश्मीर राग, भारत ने किया करारा पलटवार

करतारपुर कॉरिडोर के शिलान्यास में इमरान ने फिर छेड़ा कश्मीर राग, भारत ने किया करारा पलटवार

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने बुधवार को भारत के साथ ‘‘मजबूत एवं शिष्ट’’ संबंधों की वकालत करने के बावजूद कश्मीर मुद्दे का राग फिर से छेड़ा। हालांकि, भारत ने इस पर करारा पलटवार करते हुए कहा कि इमरान ने करतारपुर साहिब गलियारे की नींव रखे जाने के पवित्र अवसर का उपयोग इसके अभिन्न एवं अविभाज्य अंग (जम्मू कश्मीर) का ‘अवांछित उल्लेख’ करने के लिए किया।

इमरान ने इस बात पर जोर दिया कि दोनों देशों के नेतृत्व की ‘‘इच्छाशक्ति और सामर्थ्य’’ से कश्मीर सहित सभी मुददों का हल किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच एक ही मुद्दा है..वह है कश्मीर। 

उन्होंने करतारपुर गलियारे की नींव रखने जाने के जिस कार्यक्रम में यह बात कही उसमें पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा भी मौजूद थे।

इमरान ने सीमा के दोनों ओर दो पवित्र गुरूद्वारों को जोड़ने के लिए एक ऐतिहासिक गलियारे का शिलान्यास किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि दोनों देश परमाणु हथियारों से लैस हैं तथा ‘‘कोई मूर्ख व्यक्ति ही यह सोच सकता है कि कोई परमाणु युद्ध जीत सकता है।’’ 

इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल एवं हरदीप सिंह पुरी और पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू भी शामिल हुए।

इमरान ने समारोह में किए गये अपने संबोधन में एक बार भी आतंकवाद का उल्लेख नहीं किया। भारत सदा से ही यह कहता रहा है कि पाकिस्तान की तरफ से अंजाम दी जाने वाली आतंकवादी गतिविधियां उसके लिए चिंता का मुख्य विषय हैं।

आपस में कई युद्ध लड़ चुके और अब एक दूसरे के साथ शांति के साथ रह रहे फ्रांस एवं जर्मनी का उदाहरण देते हुए इमरान ने कहा, ‘‘मैं कह रहा हूं, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री, सत्तारूढ़ पार्टी, अन्य राजनीतिक पार्टियां और पाकिस्तान की सेना एकमत हैं...हम आगे बढ़ना चाहते हैं, हम एक मजबूत एवं शिष्ट संबंध चाहते हैं (भारत के साथ)।’’ 

उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों की तरफ से गलतियां हुई हैं तथा दोनों पक्षों को अतीत में नहीं रहना चाहिए। 

इमरान ने कहा, ‘‘हमारे सामने सिर्फ एक समस्या है, कश्मीर। अगर आदमी चंद्रमा पर चल सकता है तो कौन सी समस्याएं हैं, जिनका हम हल नहीं कर सकते? क्या हम एक मुद्दे का हल नहीं कर सकते? हमें सिर्फ दोनों ओर प्रतिबद्ध नेतृत्व चाहिए।’’ उन्होंने एक बार फिर कहा कि यदि मित्रता के लिए भारत एक कदम आगे बढ़ाएगा तो पाकिस्तान दो कदम बढ़ेगा।

इसके कुछ ही समय बाद विदेश मंत्रालय ने इमरान के बयान पर तीखा पलटवार करते हुए नयी दिल्ली में जारी एक वक्तव्य में कहा, ‘‘ यह बेहद खेदजनक है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने इस पवित्र अवसर को राजनीतिक रंग देने के लिये चुना जो सिख समुदाय की करतारपुर गलियारा विकसित करने की लम्बे समय से की जा रही मांग को साकार करने से जुड़ा अवसर था। ’’ 

Web Title: Imran again wins Kashmir rage in Katharpur Corridor's Shilanyas

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