"अगर 'इंडिया' विदेशी गुलामी का प्रतीक है तो फिर 'हिंदू' शब्द भी हटाएं", अधीर रंजन चौधरी ने 'इंडिया बनाम भारत' विवाद पर कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: September 6, 2023 11:11 IST2023-09-06T11:08:29+5:302023-09-06T11:11:52+5:30
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने 'इंडिया बनाम भारत' विवाद पर कहा कि केंद्र सरकार अगर 'बाहरी लोगों' से जुड़ी हर चीज बदलना चाहती है तो उसे 'हिंदू' शब्द को भी बदल देना चाहिए।

फाइल फोटो
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने जी20 के वैश्विक नेताओं को राष्ट्रपति भवन में आयोजित रात्रिभोज के लिए भेजे गए निमंत्रण पर मचे विवाद में केंद्र सरकार की घोर आलोचना करते हुए कहा कि यह देश के संविधान को 'बदलने' की दिशा में मोदी सरकार का पहला कदम है।
अधीर रंजन ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए आरोप लगाया कि बीजेपी विपक्षी गठबंधन इंडिया के गठन के बाद से उस शब्द से 'डर' गई है। कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि अगर सरकार को ब्रिटिश शासन से इतनी ही दिक्कत है तो उसे तुरंत अंग्रेजों द्वारा बनवाये गये राष्ट्रपति भवन को छोड़ देना चाहिए।
अधीर रंजन चौधरी ने कहा, “मैं सरकार से पूछना चाहता हूं कि आपने निमंत्रण पत्र पर'भारत का महामहिम' क्यों नहीं लिखा, आपने 'भारत का राष्ट्रपति' क्यों लिखा? मुझे लगता है कि बीजेपी 'इंडिया' शब्द से डर गई हैं।"
चौधरी ने आगे कहा, "जब से विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' बना है, पीएम मोदी की 'इंडिया' के प्रति नफरत बढ़ गई है। अगर भाजपा को ब्रिटिश शासन से इतनी ही समस्या है तो उन्हें तुरंत राष्ट्रपति भवन छोड़ देना चाहिए क्योंकि यह अंग्रेजों के जमाने का वायसराय हाउस हुआ करता था।"
इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार अगर 'बाहरी लोगों' से जुड़ी हर चीज बदलना चाहती है तो उसे 'हिंदू' शब्द को भी बदल देना चाहिए।
उन्होंने कहा, “क्या भाजपा सरकार अब से खेलो इंडिया, स्टार्ट-अप इंडिया और मेक इन इंडिया का नाम नहीं लेगी? हमें 'भारत' शब्द से कोई दिक्कत नहीं है। मैं तो सिर्फ यह सुझाव देना चाहता हूं कि भाजपा को पहले 'हिंदू' शब्द को बदलना चाहिए क्योंकि यह भी विदेशियों द्वारा दिया गया है और 'इंडिया' शब्द भी उसी से बना है।"
कांग्रेस नेता चौधरी ने सरकार के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, "ज्यादा क्रांतिकारी बनने की कोशिश न करें। ये सब संविधान बदलने की तैयारी का पहला चरण है। वे संविधान के पहले अनुच्छेद को बदलना चाहते हैं, जो कहता है- 'इंडिया दैट इज़ भारत'।"
लोकसभा में कांग्रेस की अगुवाई करने वाले अधीर रंजन चौधरी ने इंडिय़ा बनाम भारत के विवाद पर सरकार को सलाह हेते हुए कहा कि इस बात का फैसला देश के लोगों पर छोड़ देना चाहिए और वो ही यह तय करें कि देश के लिए दो नाम होने चाहिए या नहीं।