नई दिल्ली, 11 मई: प्रत्येक वर्ष काउंसिल फॉर इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (CISCE) बोर्ड कक्षा ISCE/10वीं और ISC/12वीं की परीक्षाएं मार्च से अप्रैल में आयोजित कराता है। इस साल भी CISCE ने मार्च-अप्रैल में आयोजित हुई। एग्जाम के बाद छात्रों को तब सुकून होगा जब कल यानी 14 मई को बोर्ड के ISCE/10वीं और ISC/12वीं के रिजल्ट जारी हो जाएंगे। रिजल्ट की घोषणा दोपहर 3 बजे किया जाएगा। छात्र अपने रिजल्ट ऑफिशियल वेबसाइट पर cisce.org जाकर देख सकते हैं।
बता दें कि इस साल ISCE/10वीं में कुल 16 लाख छात्रों ने एग्जाम के लिए रजिस्टर्ड किया था, वहीं ISC/12वीं में कुल 10,88,891 छात्रों ने एग्जाम के लिए रजिस्टर्ड किया था।
साल 2017 में CISCE बोर्ड ने ISCE/10वीं और ISC/12वीं के रिजल्ट 29 मई, 2017 को घोषित किया था। इस साल कक्षा 10वीं/ISCE परीक्षाएं 26 फरवरी से 28 मार्च 2018 तक आयोजित की गई थी। वहीं, आईएससी कक्षा 12वीं की परीक्षाएं 7 फरवरी से 2 अप्रैल, 2018 तक आयोजित की गई थी। पिछले साल 2017 आईसीएसई कक्षा 10 परीक्षा 10 मार्च से 21 अप्रैल तक हुई थी। बता दें कि साल 2017 में ICSE में 98.53 फीसदी छात्र पास हुए थे। वहीं, ISC में 96.47 फीसदी छात्र पास हुए थे।
ऐसे देखें CISCE बोर्ड के ISCE/ISC के रिजल्ट
1. सबसे पहले बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट cisce.org पर जाएं।2. उसके बाद रिजल्ट 10वीं / 12वीं (ICSE 10th board result / ISC 12th Board Result 2018 ) के लिंक पर क्लिक करें।3. इसके बाद पूछी गई जानकारियां जैसे- रोल नंबर आदि भरें। 4. थोड़ा इंतजार के बाद छात्र के रिजल्ट उनके स्क्रीन पर आ जाएगा। 5. छात्र रिजल्ट को डाउनलोड कर लें, यदि मोबाइल पर देख रहे हैं तो छात्र स्क्रीन शॉट ले लें। 6. छात्र अपने रिजल्ट की प्रिंट आउट ले लें ताकि भविष्य में काम दे सके।
काउंसिल इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन बोर्ड
काउंसिल इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन बोर्ड की स्थापना 1958 में किया गया था। काउंसिल इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन ने 1973 में इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (CISCE) को सार्वजनिक परीक्षा आयोजित कराने के लिए अनुमति दी थी। भारतीय स्कूल प्रमाणपत्र परीक्षा के लिए परिषद (सीआईएससीई) हर साल आईएससी और आईसीएसई परीक्षा आयोजित करता है। आईएससी 12 वीं बोर्ड की परीक्षा और आईसीएसई 10 वीं बोर्ड परीक्षा के अलावा व्यावसायिक शिक्षा परीक्षा का प्रमाण पत्र भी आयोजित किया जाता है, जिसे मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एचएचआरडी) के दिशानिर्देशों के अनुसार विकसित किया गया था।