महाराष्ट्र में पिछले एक महीने से चल रहा सियासी तूफान अब थमने के कगार पर पहुंच गया है। दरअसल, प्रदेश में कांग्रेस-एनसीपी और शिवसेना की सरकार बनने जा रही है और तीनों पार्टियों के बीच बने गठबंधन 'महा विकास अघाड़ी' का नेता उद्धव ठाकरे को चुना गया है और वह एक दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। शपथग्रहण का आयोजन शिवाजी पार्क में किया जा सकता है। इस बीच उन्होंने सोनिया गांधी व अन्य नेताओं को धन्यवाद दिया है।
शिवसेना प्रमुख और 'महा विकास संगठन' के सीएम उम्मीदवार उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैंने राज्य का नेतृत्व करने का कभी सपना नहीं देखा था। मैं सोनिया गांधी और अन्य लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं। हम एक-दूसरे पर विश्वास रखकर देश को एक नई दिशा दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मैं देवेंद्र फड़नवीस द्वारा उठाए गए सभी सवालों का जवाब देने के लिए तैयार हूं। किसी चीज से नहीं डरता। झूठ हिंदुत्व का हिस्सा नहीं है। जरूरत पड़ने पर तुम हमें गले लगाओ और जब जरूरत न हो तुम हमें छोड़ दो। आपने हमें दूर रखने की कोशिश की है।
ठाकरे ने कहा कि आप सभी द्वारा दी गई जिम्मेदारी को स्वीकार करता हूं। अकेला नहीं हूं, लेकिन आप सभी मेरे साथ सीएम हैं। आज जो हुआ है वह वास्तविक लोकतंत्र है। हम सब मिलकर राज्य में किसानों के आंसू पोंछेंगे। हम इस महाराष्ट्र को एक बार फिर से महाराष्ट्र बना देंगे, जिसका छत्रपति शिवाजी महाराज ने सपना देखा था।
महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन ने पिछले महीने हुए राज्य विधानसभा चुनाव में क्रमश: 105 और 56 सीटों के साथ स्पष्ट बहुमत हासिल किया था। हालांकि, शिवसेना की मुख्यमंत्री पद की मांग बीजेपी द्वारा ठुकराए जाने के बाद यह गठबंधन टूट गया। एनसीपी और कांग्रेस ने 21 अक्टूबर को हुए चुनाव में क्रमश: 54 और 44 सीटों पर जीत दर्ज की थी।