नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी द्वारा लोकसभा चुनाव के लिए 195 प्रत्याशियों की जारी की गई पहली लिस्ट में मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की संसदीय सीट से टिकट कटने के बाद सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर मीडिया से खासी नाराज नजर आ रही हैं। उन्होंने उम्मीदवारों की पहली सूची से अपना नाम गायब होने के पीछे मीडिया का बहुत बड़ा हाथ बताया है।
समाचार वेबसाइट हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार साध्वी प्रज्ञा ने बीते सोमवार को आरोप लगाया कि पार्टी द्वारा उनका नाम प्रत्याशियों की सूची से हटाया गया क्योंकि मीडिया उनकी टिप्पणियों को कथित तौर पर तोड़-मरोड़कर पेश करता है।
साध्वी प्रज्ञा सिंह ने मीडियाकर्मियों पर खुद को बदनाम करने का आरोप लगाते हुए भोपाल सीट से उन्हें मैदान में नहीं उतारने के बीजेपी के फैसले के बारे में पत्रकारों के किसी भी सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया।
इससे पहले बीते शनिवार को भाजपा द्वारा लिस्ट जारी होने और अपना नाम लिस्ट में न होने पर साध्वी प्रज्ञा ने कहा था कि उन्हें भोपाल से भाजपा का टिकट नहीं दिया गया क्योंकि अतीत में की गई उनकी कुछ विवादास्पद टिप्पणियों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नाराज हो सकते थे।
वहीं अब प्रज्ञा ठाकुर ने अब पत्रकारों के प्रति नाराजगी जताते हुए कहा, "हम जो भी बोलते हैं, आप लोग उसे तोड़-मरोड़कर दिखाते हैं। मुझे ऐसी बातें पसंद नहीं हैं, न पहले और न आज। आज के बाद मैं मीडिया से बात नहीं करूंगा क्योंकि आप लोग मुझे पिछले काफी समय से बदनाम कर रहे हैं।''
भोपाल की सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह भाजपा की उन 33 मौजूदा भाजपा सांसदों में से हैं, जिनके नाम पार्टी की ओर से जारी 195 उम्मीदवारों की पहली सूची से गायब है। पार्टी ने भोपाल से प्रज्ञा सिंह ठाकुर की जगह शहर के पूर्व महापौर आलोक शर्मा को चुनावी मैदान में उतारा है।
इससे पहले बीजेपी द्वारा टिकट काटे जाने पर साध्वी प्रज्ञा सिंह ने कहा था, ''मैंने पहले भी टिकट नहीं मांगा था और अब भी नहीं मांग रही हूं। मेरे पिछले बयानों में कुछ शब्दों के इस्तेमाल से शायद प्रधानमंत्री मोदी खुश नहीं हुए होंगे और उन्होंने व्यक्त किया था कि मुझे माफ़ नहीं किया जाएगा। हालाँकि, मैंने पहले ही उनसे माफ़ी मांग ली थी।"
वहीं अब साध्वी प्रज्ञा सिंह ने टिकट कटने के संबंध में कहा, "मैंने इस संबंध में अपने मूल विचार वीडियो के माध्यम से फेसबुक पर पोस्ट किया है। वही मेरा बयान है। मुझे बदनाम करके आप कुछ भी नहीं कमा पाएंगे। मैं अब पत्रकारों से बात नहीं करूंगी।"
फेसबुक पर पोस्ट किये गये वीडियो में साध्वी प्रज्ञा सिंह कहती नजर आ रही हैं कि पार्टी सर्वोपरि है और वह फैसले का सम्मान करती हैं। साध्वी प्रज्ञा सिंह ने 2019 में अपने पहले संसदीय चुनाव में कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह को 3.64 लाख से अधिक वोटों के अंतर से हराया था।