Lok Sabha Elections 2019: मंगलवार (14 मई) की दोपहर उत्तर प्रदेश के कठवारा नाम की जगह के पास रायबरेली-लखनऊ हाइवे पर रायबरेली सदर से कांग्रेस विधायक अदिति सिंह की गाड़ी पलटने की खबर आई थी। अदिति सिंह ने इसे उनके ऊपर जानलेवा हमला करार दिया है। हादसे में उन्हें गंभीर चोटें आईं और हाथ-पैर में टांके लगे।
अदिति सिंह का कहना है कि वह रायबरेली से जिला पंचायत अध्यक्ष अवधेश सिंह के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की वोटिंग में शामिल होने के लिए जा रही थीं। उन्होंने आरोप लगाया कि इस बार रायबरेली से बीजेपी के लोकसभा उम्मीदवार दिनेश प्रताप सिंह के भाई अवधेश सिंह ने उन पर जानलेवा हमला कराया है। अदिति सिंह पर हुए कथित हमले को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है।
प्रियंका गांधी ने कहा कि योगी आदित्यनाथ सरकार के गुंडों ने अदिति पर हमला किया। वहीं, उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ने इसे कांग्रेस के ही दो गुटों के बीच मतभेद के चलते साजिश का नतीजा बताया।
जिन अदिति सिंह पर हुए कथित हमले को लेकर सियासत जोर पकड़ रही है उनके बारे में ये बातें जानलेना भी दिलचस्प होगा।
31 वर्षीय अदिति सिंह को सियासत का हुनर विरासत में मिला। उनके पिता अखिलेश सिंह रायबरेली सदर से पांच बार विधायक रहे।
अदिति सिंह अमेरिका की ड्यूक यूनिवर्सिटी से मैनेजमेंट कोर्स में डिग्री कर चुकी हैं। कहा जाता है कि कुछ दिनों उन्होंने प्राइवेट कंपनियों में इंटर्नशिप भी की थी।
यह भी कहा जाता है कि अदिति सिंह प्रियंका गांधी को अपना गुरू मानती हैं।
अमेरिका से पहले उन्होंने दिल्ली और मसूरी में पढ़ाई की थी।
राजनीति में पारी शुरू करने से पहले उन्होंने समाजसेवा के कामों में हिस्सा लेने शुरू किया था।
अदिति उत्तर प्रदेश की 17वीं विधानसभा की सबसे युवा सदस्यों में से एक हैं।
2017 के चुनाव में वह अपने प्रतिद्वंदी से 90 हजार से ज्यादा वोटों से जीती थीं।
बीते साल राहुल गांधी ने अदिति सिंह को ऑल इंडिया महिला कांग्रेस की जनरल सेक्रेटरी नियुक्त किया था।
बता दें कि अदिति सिंह कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान राहुल गांधी से शादी की अफवाहों को लेकर सुर्खियों में आई थीं। सोशल मीडिया पर चली अफवाहों का खंडन करते हुए उन्होंने ट्वीट किया था, जिसमें लिखा था, "मैं कल से बहुत अधिक परेशान हूं। सोशल मीडिया पर मेरी और राहुल गांधी जी की शादी को लेकर लगातार झूठ फैलाया जा रहा है। राहुल गांधी जी मेरे राखी वाले भाई हैं। यह अफवाह मात्र है। अफवाह फैलाने वाले बाज आएं।"
अदिति सिंह के मुताबिक गांधी परिवार से उनके परिवार के घरेलू संबंध रहे हैं, इसलिए जिन तस्वीरों के सोशल मीडिया पर वायरल किया गया वे सभी उन्हीं घरेलू मुलाकातों की थीं।