चुनाव आयोग ने राष्ट्रीय राजधानी में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर गुरुवार को दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक का कार्यकाल एक महीने के लिए बढ़ाने को मंजूरी प्रदान की।
अधिकारियों ने यह जानकारी दी। केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा इस संबंध में लिखे गए पत्र के बाद चुनाव आयोग ने यह मंजूरी प्रदान की। मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि चुनाव आयोग ने गृह मंत्रालय को पटनायक के कार्यकाल को फरवरी अंत तक बढ़ाने की अनुमति दी है।
एजीएमयूटी कैडर के 1985-बैच के अधिकारी पटनायक शुक्रवार को सेवानिवृत्त होने वाले थे। पटनायक को जनवरी 2017 में दिल्ली पुलिस का प्रमुख नियुक्त किया गया था। दिल्ली में चूंकि विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, ऐसे में यहां प्रमुख सरकारी अधिकारियों के सेवा विस्तार या नयी नियुक्ति के लिए चुनाव आयोग की अनुमति जरूरी है। दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मतदान आठ फरवरी को होगा, जबकि मतगणना 11 फरवरी को होगी।
दिल्ली सरकार ने एक आदेश में कहा, ‘‘सेवानिवृत्ति की आयु प्राप्त करने पर, अमूल्य कुमार पटनायक, आईपीएस (1985), पुलिस आयुक्त, दिल्ली, 31.01.2020 से सरकारी सेवा से सेवानिवृत्त होंगे।’’ उपराज्यपाल अनिल बैजल की मंजूरी के बाद दिल्ली सरकार के गृह विभाग ने आठ जनवरी को आदेश जारी किया था। एक पुलिस सूत्र ने कहा, ‘‘यह एक नियमित आदेश है और सरकारी रिकॉर्ड को अद्यतन करने के लिए सरकारी कर्मचारी के सेवानिवृत्ति की आयु प्राप्त करने पर अनिवार्य रूप से जारी किया जाता है।’’
दिल्ली में विधानसभा चुनावों की घोषणा हो चुकी है और आदर्श आचार संहिता लागू है। राष्ट्रीय राजधानी में आठ फरवरी को मतदान होगा जबकि मतगणना 11 फरवरी को होगी। दिल्ली पुलिस केन्द्र सरकार के तहत आती है। वर्ष 2017 में दिल्ली पुलिस प्रमुख बने पटनायक का कार्यकाल चुनौतीपूर्ण रहा है।
दिल्ली पुलिस के कई कर्मी एक अभूतपूर्व कदम के तहत अपनी गरिमा को बनाये रखने और सुरक्षा की मांग को लेकर 2019 में सड़कों पर उतर आये थे। उनमें से कुछ की वकीलों ने कथित तौर पर पिटाई की थी। संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ जामिया मिल्लिया इस्लामिया में विरोध प्रदर्शन से निपटने के लिए दिल्ली पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई भी आलोचनाओं के घेरे में आई थी क्योंकि पुलिसकर्मी पुस्तकालय और छात्रावास के कमरों में घुसे गये थे और कथित तौर पर छात्रों की पिटाई की गई थी जिनमें से कुछ घायल हो गये थे।