हिमाचल उपचुनाव: धर्मशाला में बीजेपी के विशाल नेहरिया जीते, कांग्रेस के विजय इंदर करन तीसरे स्थान पर रहे
By रोहित कुमार पोरवाल | Updated: October 24, 2019 12:15 IST2019-10-24T11:56:48+5:302019-10-24T12:15:07+5:30
Himachal Pradesh-Dharamshala By Election 2019 Result: पिछले 21 अक्टूबर को हुए मतदान में धर्मशाला उपचुनाव को लेकर कुल 52,915 वोट पड़े थे। जिनमें बीजेपी के विशाल नाहरिया के खाते में 23498 वोट गए। वहीं, दूसरे नंबर पर रहे निर्दलीय उम्मीदवार राकेश कुमार को 16740 वोट मिले। तीसरे नंबर पर रहे कांग्रेस के विजय करन को 8212 वोट मिले।

हिमाचल प्रदेश की धर्मशाला विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में बीजेपी उम्मीदवार विशाल नाहरिया ने जीत दर्ज की है। (फाइल फोटो, Image Source: Facebook/Vishal Nehria)
Himachal Pradesh-Dharamshala By Election 2019 Result: हिमाचल प्रदेश की दो विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में से एक सीट के नतीजे आ गए हैं। भारतीय निर्वाचन आयोग की वेबसाइट के मुताबिक, हिमाचल प्रदेश की धर्मशाला सीट पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) उम्मीदवार विशाल नेहरिया ने भारी मतों से जीत दर्ज की। नेहरिया 6,673 मतों के अंतर से जीते। नेहरिया ने निर्दलीय उम्मीदवार राकेश कुमार को पटखनी दी। कांग्रेस के विजय करन तीसरे स्थान पर रहे।
पिछले 21 अक्टूबर को हुए मतदान में धर्मशाला उपचुनाव को लेकर कुल 52,915 वोट पड़े थे। जिनमें बीजेपी के विशाल नेहरिया के खाते में 23498 वोट गए। वहीं, दूसरे नंबर पर रहे निर्दलीय उम्मीदवार राकेश कुमार को 16740 वोट मिले। तीसरे नंबर पर रहे कांग्रेस के विजय करन को 8212 वोट मिले।
वहीं, खबर लिखे जाने तक पच्छाद में बीजेपी की रीना कश्यप अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के गंगू राम मुसाफिर से आगे चल रही थीं।
बता दें कि धर्मशाला सीट पर बीजेपी-कांग्रेस और निर्दलीय मिलाकर कुल सात उम्मीदवार उपचुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे थे। बीजेपी के विशाल नेहरिया, कांग्रेस के विजय इंदर करन के अलावा पांच निर्दलीय उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे। निर्दलीयों में राकेश कुमार 16740 मतों के साथ दूसरे नंबर पर रहे। इनके अलावा निशा कटोच, पुनीत शर्मा, मनोहर लाल धीमन, सुभाष चंद शुक्ला ने बतौर निर्दलीय उम्मीदवार किस्मत आजमाई। वहीं, 430 मत नोटा में पड़े।
पिछले आम चुनाव में बीजेपी विधायक सुरेश कश्यप और किशन कपूर के सांसद चुने जाने पर धर्मशाला और पच्छा सीटें रिक्त हो गई थीं। इस सीटों को भारतीय जनता पार्टी के प्रतिष्ठा से जोड़कर देखा जा रहा था।
(एजेंसी इनपुट के साथ)