हिमाचल त्रासदीः सीएम सुक्खू ने आपदा प्रभावित इलाकों का दौरा किया, कहा- बेघरों का पुनर्वास सरकार की प्राथमिकता
By अनिल शर्मा | Updated: August 19, 2023 08:21 IST2023-08-19T08:15:17+5:302023-08-19T08:21:15+5:30
मुख्यमंत्री ने सिरमौरी ताल निवासी विनोद कुमार से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दी, क्योंकि उनके परिवार के पांच सदस्य जिंदा दफन हो गए थे। उन्होंने विनोद और उनके विस्तृत परिवार को 20 लाख रुपये की वित्तीय सहायता भी प्रदान की।

हिमाचल त्रासदीः सीएम सुक्खू ने आपदा प्रभावित इलाकों का दौरा किया, कहा- बेघरों का पुनर्वास सरकार की प्राथमिकता
सिरमौर: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शुक्रवार को सिरमौर जिले के पांवटा, शिलाई और नाहन के आपदा प्रभावित इलाकों का दौरा किया, जहां बारिश के कारण हुई तबाही से हजारों लोग प्रभावित हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने उन सभी स्थानों का निरीक्षण किया जहां हाल ही में बादल फटने, बाढ़ और भूस्खलन के कारण बड़ी तबाही हुई है। उन्होंने यहां के लोगों से बातचीत की और उनकी समस्याएं सुनीं। उन्होंने शिलाई के अंबौन के 22 प्रभावित परिवारों को एक-एक लाख रुपये देने की भी घोषणा की, जिनके घर बाढ़ के कारण गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गए थे।
मुख्यमंत्री ने सिरमौरी ताल निवासी विनोद कुमार से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दी, क्योंकि उनके परिवार के पांच सदस्य जिंदा दफन हो गए थे। उन्होंने विनोद और उनके विस्तृत परिवार को 20 लाख रुपये की वित्तीय सहायता भी प्रदान की।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने सिरमौरी ताल के अन्य 17 परिवारों से भी मुलाकात की, जो बेघर हो गए थे और राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं। उन्होंने प्रशासन को सभी बेघरों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने पांवटा-शिलाई राजमार्ग पर मिट्टी फिसलने की समस्या के स्थायी समाधान के लिए कच्ची ढांक में पुल के निर्माण के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 55 दिनों के दौरान बारिश के प्रकोप के कारण लगभग 10,000 करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान लगाया गया है। नुकसान की भरपाई करने में समय लगेगा। उन्होंने आगे आश्वासन दिया कि जिन परिवारों की फसलें और घर पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं उन्हें पर्याप्त मुआवजा दिया जाएगा। ।
उन्होंने कहा कि जिन परिवारों के घर गाद से प्रभावित हुए हैं, उन्हें भी आर्थिक सहायता दी जायेगी। उन्होंने दोहराया कि सरकार अपने उपलब्ध संसाधनों से वित्तीय बाधाओं के बावजूद प्रभावित लोगों के पुनर्वास के लिए प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रभावित परिवारों के स्थायी पुनर्वास के लिए एक नीति बनाई जाएगी और कहा कि वह उन लोगों की पीड़ा को अच्छी तरह से समझते हैं जिन्होंने अपने घर और पशुधन खो दिए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से पशुओं की मौत पर बढ़ा हुआ प्रावधान किया गया है। उन्होंने अधिकारियों को राहत राशि वितरण में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।