'हिजाब वाली लड़की देश की पीएम बनेगी', ओवैसी ने कहा तो बदले में बीजेपी एमएलए ने बोला, 'जब तक बीजेपी है, कोई बुर्का वाली प्रधानमंत्री नहीं बनेगी'
By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: February 13, 2022 17:22 IST2022-02-13T16:42:37+5:302022-02-13T17:22:37+5:30
ओवैसी ने कहा कि इस देश में हिजाब पहनने वाली महिलाएं जिला कलेक्टर बनेंगी, मजिस्ट्रेट बनेगीं, डॉक्टर बनेंगी, व्यवसायी बनेंगी और कॉलेज में भी लड़कियां हिजाब पहनकर पढ़ने के लिए जाएंगी।

'हिजाब वाली लड़की देश की पीएम बनेगी', ओवैसी ने कहा तो बदले में बीजेपी एमएलए ने बोला, 'जब तक बीजेपी है, कोई बुर्का वाली प्रधानमंत्री नहीं बनेगी'
दिल्ली: हिजाब विवाद की वजह से सियासी दुनिया में रोजाना होने वाली बहस खौफनाक शक्ल लेती जा रही है। अब रविवार के दिन ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष और लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने इस मुद्दे को भविष्य में होने वाले पीएम से जोड़ते हुए भविष्यवाणी करके सत्ता के गलियारे में एक नई हलचल मचा दी है।
ओवैसी ने कहा कि हिजाब पहनने वाली लड़की एक दिन भारत की प्रधानमंत्री बनेगी। इस मामले में ओवैसी ने ट्विटर पर एक वीडियो साझा करते हुए कहा कि इस देश में हिजाब पहनने वाली लड़कियां जिला कलेक्टर बनेंगी, मजिस्ट्रेट बनेगीं, डॉक्टर बनेंगी, व्यवसायी बनेंगी और कॉलेज में भी लड़कियां हिजाब पहनकर पढ़ने जाएंगी।
वीडियो में ओवैसी एक जनसभा में बोल रहे हैं, "भले ही मैं इस मंजर को देखने के लिए जिंदा रहूं या न रहूं, लेकिन मेरे अल्फाज पर गौर करियेगा कि हिंदोस्तान में एक दिन ऐसा आयेगा कि जब हिजाब पहनने वाली लड़की इस देश की प्रधानमंत्री बनेगी।"
इंशा’अल्लाह pic.twitter.com/lqtDnReXBm
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) February 12, 2022
वीडियो में ओवैसी आगे कह रहे हैं, "अगर हमारी बच्चियों ने हिजाब पहनने का इरादा कर लिया है और इसके बारे में अगर वो अपने मां-बाप से गुजारिश करती हैं और अगर उनके मां-बाप इसके लिए रजामंद हैं तो देखते हैं कि उन्हें हिजाब पहनने से रोक सकता है।
वहीं ओवैसी के इस वीडियो पर बीजोपी की ओर से पलटवार करते हुए तेलंगाना से बीजेपी के एमएलए टी राजा सिंह ने कहा, "जब तक बीजेपी का शासन है, देश में कोई बुर्का वाली प्रधानमंत्री नहीं बनेगी। आप कितनी भी आबादी बढ़ा लें, हम इस सपने को नहीं होने देंगे और ये सच बात है। 'हम दो हमारे दो' कानून भी देश में जल्द ही लागू किया जाएगा। ये जान लीजिए कि हम अच्छी तरह से पता है कि अपनी आबादी पर कैसे ब्रेक लगाना है।"
मालूम हो कि बीते 1 जनवरी से कर्नाटक में चल रहे इस 'हिजाब' विवाद की शुरूआत उस समय हुई जब उडुपी में एक सरकारी प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज के मैनेजमेंट ने छह मुस्लिम छात्राओं को हिजाब पहनने के कारण कक्षाओं में प्रवेश देने से मना कर दिया क्योंकि 'हिजाब' कॉलेज के लिए तय ड्रेस कोड के खिलाफ था।
जिसके बाद से यह मुद्दा केवल कर्नाटक ही नहीं बल्कि पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है। विभिन्न राजनैतिक दल अपनी-अपनी ओर से इस मामले में टिप्पणी कर रहे हैं और पूरे मामले में जोरों की बहस जारी है।