छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के रामानुज गंज में रहने वाले जगदंबा सिंह दिव्यांग होने के बाद भी ऑटो रिक्शा चला कर एक ऐसी मिसाल कायम की है, जिसकी तारीफ जिला कलेक्टर संजीव कुमार झा भी कर रहे हैं।
जगदंबा सिंह दिव्यांग होने के बावजूद ऑटो रिक्शा चलाते हैं। वह ऑटो रिक्शा चला कर अपने परिवार का पालन-पोषण कर रहे हैं। बता दें कि दो साल पहले जगदंबा सिंह एक हादसे में दिव्यांग हो गए। इसके बाद उन्होंने घर बैठ ने के बजाए बैंक से लोन लेकर सेकेंड हैंड ऑटो रिक्शा खरीदा है। वह ऑटो रिक्शा से कन्स्ट्रक्शन का सामान ट्रांसपोर्ट किया करते है और ऐसे ही वह दिन में 500 रुपये कमा लेते हैं।
जगदंबा सिंह ने यह भी बताया," मैं सेकेंड हैंड ऑटो रिक्शा का EMI दें रहा हूं और कई बार मुझे पैसे कमाने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ता है। कभी अच्छा काम मिल जाता है तो उस दिन 500 तक कि कमाई हो जाती है।''
जगदंबा सिंह ने सरकार से मदद की गुहार लगाई है कि '' मैंने जो ऑटो रिक्शा खरीदा है वह काफी पुराना है। हर हफ्ते उसकी मरम्मत करानी पड़ती है तो मेरा सरकार से निवेदन है मुझे एक नया ऑटोरिक्शा दिला दे। जगदंबा सिंह की मां कहना है, वह एकलौता घर में कमाने वाला है। हम सब उसके ऊपर आत्मनिर्भर है। सरकार उनकी किसी भी तरह मदद कर सकती है तो हम सब शुक्रगुजार होंगे।
दूसरी तरफ जगदंबा सिंह की पत्नी ने सरकार से मदद कि पहल करते हुए कहा,''परिवार को पालने के लिए वह काफी मेहनत करते है और बताया जगदंबा सुबह 7 बजे से ऑटो रिक्शा चलाना शुरू करते है और रात को 9 बजे घर लौटते हैं। उन्होंने परिवार के लिए बहुत कुछ किया है।"
जिला कलेक्टर संजीव कुमार झा का कहना है कि जगदंबा सिंह का यह एक अच्छा कदम है। ऐसे लोगों को हमेशा बढ़ावा देना चाहिए। साथ में यह बताया कि सहायक विभाग से बात की है वह लोग परिवार से मिलेंगे और मदद करने की कोशिश पूरी करेंगे ।