हेमंत सोरेन के घर से मिली कार के तार कांग्रेस सांसद धीरज साहू से जुड़े, ईडी ने भेजा समन
By आकाश चौरसिया | Published: February 8, 2024 02:55 PM2024-02-08T14:55:08+5:302024-02-08T15:15:53+5:30
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जमीन घोटाले पर मनी लॉन्ड्रिंग की बात सामने आने पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच का सामना कर रहे हैं। बताते चले कि ईडी ने हेमंत सोरेन को पिछले हफ्ते हिरासत में लिया था और उनसे अभी भी पूछताछ कर रही है।
रांची: राज्य के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन के घर से मिली कार के तार कांग्रेस राज्यसभा सांसद धीरज साहू से जुड़े हैं। इस बात का खुलासा ईडी की तहकीकात में सामने आया है। यह कार हेमंत सोरेन के घर से ईडी ने बरामद की है, जो कि धीरज साहू के मानेसर स्थित फर्म पर रजिस्टर्ड है।
हाल में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जमीन घोटाले पर मनी लॉन्ड्रिंग की बात सामने आने पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच का सामना कर रहे हैं। बताते चले कि ईडी ने हेमंत सोरेन को पिछले हफ्ते हिरासत में लिया था और उनसे अभी भी पूछताछ कर रही है। इस गिरफ्तारी से पहले हेमंत ने सीएम पद से इस्तीफा भी दे दिया था।
हेमंत सोरेन ने खुद पर लगे सभी आरोपों से इनकार किया है और अपनी गिरफ्तारी के खिलाफी हाईकोर्ट में चुनौती दी है। झामुमो नेता को 2 फरवरी को रांची की एक विशेष पीएमएलए कोर्ट ने 5 दिनों के लिए ईडी की हिरासत में भेजा था।
इसी मामले में पहले तत्कालीन राजस्व उपनिरीक्षक भानु प्रसाद प्रताप को गिरफ्तार किया था। उनकी भूमिका भी संदेह घेरे में थी और इसके तहत भानु प्रसाद के कई ठिकानों पर छापेमारी कर कागजात बरामद किए थे। इसमें जमीन घोटाले से जुड़े राज छिपे हुए थे।
Hemant Soren Case
— TIMES NOW (@TimesNow) February 8, 2024
BMW- Cash haul link emerges. ED releases statement on BMW seizure, says, 'BMW was registered in the name of Cong MP Dhiraj Sahu'.
Corruption is the fevicol that binds the I.N.D.I. A alliance together. That's why Congress was not saying anything on JMM and vice… pic.twitter.com/qexdLIoD0k
क्यों चर्चा में आए थे कांग्रेस सांसद
गौर करने वाली बात ये है कि बीते दिसंबर, 2023 में आयकर डिपार्टमेंट ने राज्यसभा सांसद धीरज साहू के झारखंड ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस रेड में इनकम टैक्स विभाग को 351 करोड़ रुपए कैश और कई संपत्तियों के बारे में भी पता चला था। 10 दिनों तक चली इस रेड में नोट गिनने के लिए कुल 40 मशीनों का प्रयोग किया गया था।